प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के लिए 80 हजार करोड़ रुपये के पैकेज का एलान किया। श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ”इस मदद को पूर्ण विराम मत समझिए। ये तो शुरुआत है। दिल्ली का खजाना आपके लिए खोल दिया है। दिल भी आपके लिए है।” मोदी ने कश्मीर में पाकिस्तान की दखलंदाजी और अलगाववादियों की बयानबाजी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”हमें कश्मीर पर किसी की सलाह की जरूरत नहीं, वाजपेयी का नारा ही काफी है। कश्मीरियत, जम्हूरियत और इंसानियत हम इसे ही आगे लेकर बढ़ेंगे। कश्मीरियत के बिना हिंदुस्तान अधूरा है।” मोदी की रैली के कुछ देर बाद ही जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ”पीएम मोदी कश्मीर मामले को रुपए-पैसे से तौलने की गलती दोहरा रहे हैं। वह तो जम्मू-कश्मीर के सीएम की बात तक नहीं सुनते हैं।” उमर ने मीडिया से कहा कि शनिवार को सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद ने पीएम मोदी से कश्मीर में शांति के लिए पहल करने की अपील तो उन्होंने जवाब दे दिया कि हमें किसी के रास्ते पर चलने की जरूरत नहीं, सिर्फ वाजपेयी का का नारा ही काफी है।
पीएम मोदी ने आगे कहा, ”भारत के हर परिवार का सपना हुआ करता था पैसे बचाओ अगले साल कश्मीर चलेंगे। मुझे वो दिन वापस लौटाकर लाने हैं। सवा सौ करोड़ देशवासियों में मुझे फिर से वो विश्वास पैदा करना है। देश का हर नागरिक इस जन्नत को देखे उस जगह को, जहां प्रकृति ने अपनी पूरी दौलत लुटाई है। हमारा मंत्र है सबका साथ, सबका विकास। कोई कोना विकास से वंचित न रहे। जन-जन का विकास करना चाहते हैं।” मोदी ने कश्मीर में पर्यटन की संभावनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ”यहां एडवेंचर्स टूरिज्म के लिए स्कोप है। पश्मीना, केसर, फूलों की खेती, एग्रीकल्चर सेंटर, ये सब कश्मीर का सौभाग्य है, जो दूसरे राज्यों के पास नहीं है। हमें इन्हें विकास के रास्ते पर ले जाना है। जम्मू से श्रीनगर का रास्ता 34 हजार करोड़ में बन रहा है। हाई-वे आज 9-10 घंटे में पहुंचाता है। वहां 4-5 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। 65-70 किलोमीटर का रास्ता कम हो जाएगा।”
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में क्रिकेट की भी बात की। उन्होंने कहा, ”जहां परवेज रसूल (जम्मू कश्मीर का क्रिकेटर) हो, वहां इंटरनेशनल क्रिकेट मैच क्यों नहीं होना चाहिए? यहीं पर फिर से एक बार इंटरनेशनल क्रिकेट मैच शुरू हो जाएं। पीएम ने कहा- हमारे देश का कोई भी खिलाड़ी हो, सचिन, युवराज, सहवाग, धोनी, जिसने भी सबसे ज्यादा रन बनाए, वे यहां के बने बैट से खेले। सचिन-सहवाग ने जम्मू कश्मीर के बने बैट से छक्के लगाए हैं तो फिर यहां इंटरनेशनल क्रिकेट मैच क्यों नहीं होना चाहिए?” इसके अलावा मोदी ने अपनी स्पीच में करप्शन पर भी बात की। उन्होंने कहा कि 17 महीने में करप्शन पर काबू किया गया। 50 साल में पहली बार ऐसा हुआ है। चीन हमेशा करप्शन रोकने के मामले में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में आगे रहता था। आज हम चीन से 10 पायदान आगे हैं। दुनिया में करप्शन रोकने के मामले में पहले हमारा नंबर 95 था, लेकिन अब हम 85वें नंबर पर हैं।
बाढ़ की वजह से नहीं मनाया जन्मदिन
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ”पिछले साल 17 सितंबर को चीन के राष्ट्रपति मेरा जन्मदिन मनाने के लिए गुजरात आए थे, लेकिन मैंने एलान कर दिया था कि कश्मीर में बाढ़ के कारण लोग पीड़ित हैं। मैं जन्मदिन नहीं मना सकता। मैंने स्वागत किया, उनका सम्मान किया, लेकिन जन्मदिन नहीं मनाया।”