नेहरू मेमोरियल अब पीएम संग्रहालय बन चुका है। यहां पर सभी प्रधानमंत्रियों से जुड़ी जानकारियों को प्रदर्शित किया गया है। म्यूजियम में लाल बहादुर शास्त्री से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी तक की निजी चीजों को भी प्रदर्शित किया गया है। हालांकि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी से जुड़ी हुईं निजी चीजें यहां नहीं हैं।
खबर है कि गांधी परिवार ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी (NMML) के उस पत्र का जवाब नहीं दिया है, जिसमें उनसे इंदिरा और राजीव गांधी से जुड़ी हुई कुछ पर्सनल चीजों को मांगा गया था। दरअसल पहले यहां सिर्फ पंडित नेहरू से जुड़ी हुईं चीजें मौजूद थीं, लेकिन जब मोदी सरकार ने इसे पीएम म्यूजियम बनाने का फैसला किया तो यहां बाकी प्रधानमंत्रियों की निजी चीजों को भी संस्थान जुटाने की कोशिशें करने लगा।
इसी क्रम में गांधी परिवार को भी एक खत लिखा गया, जिसमें उनसे कहा गया कि वो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी से जुड़ी हुई कुछ निजी चीजों को म्यूजियम में दे दें, ताकि उन्हें यहां प्रदर्शित किया जा सके। अब म्यूजियम की ओर से कहा गया कि गांधी परिवार की ओर से ना तो कोई सामान भेजा गया है ना ही उस खत का जवाब आया, जिसे उनकी तरफ से गांधी परिवार को भेजा गया था।
दरअसल गांधी परिवार से तीन सदस्य पीएम बने हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी। पंडित नेहरू की निजी चीजें तो वहां काफी पहले से हैं, क्योंकि ये म्यूजियम पहले नेहरू मेमोरियल ही था, लेकिन अब जब सभी प्रधानमंत्रियों की यादों को यहां संजोया गया तो बाकी प्रधानमंत्रियों से जुड़ी हुई चीजों को भी संस्था की जरूरत पड़ी। जिसके लिए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिवारों को पत्र लिखा था। कई जगहों से इसका जवाब भी आया और पूर्व पीएम से जुड़ी हुई निजी चीजें भी भेजी गईं हैं।
प्रधानमंत्री संग्रहालय में पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिवारों द्वारा दान की गई कई व्यक्तिगत यादें हैं। संग्रहालय में अटल बिहारी वाजपेयी के परिवार की ओर ने उनकी कलाई घड़ी दी गई है तो वहीं लाल बहादुर शास्त्री के परिवार की ओर से बैडमिंटन रैकेट दिया गया है।