गांधीनगर में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात समित का उद्घाटन किया। 8 से 10 जनवरी तक चलने वाले इस सम्मेलन को पीएम मोदी चौथी बार संबोधित करेंगे। इस वर्ष के सम्मेलन का विषय गेटवे टू द फ्यूचर है। सम्मेलन में 34 देश और 16 संगठन शामिल होंगे। इस समिट के लिए प्रधानमंत्री मोदी 8 जनवरी से ही गुजरात में हैं। वाइब्रेंट गुजरात समिट के लिए इस बार ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ थीम रखी गई है। वाइब्रेंट गुजरात समिट की वेबसाइट का दावा है कि इस बार 50 हजार से ज्यादा कंपनियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है।

कितने देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल

इस सम्मलेन में 34 देश भादीगारी निभा रहे हैं। इसके अलावा 16 बड़े संगठन भी इसमें शामिल हैं। इसके अलावा 133 देशों के राजयनिक, कारोबारी और मंत्री इस सम्मेलन में शामिल होंगे। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, नैस्डैक, सुजूकी जैसी कई बड़ी कंपनियों के सीईओ शामिल होंगे। वहीं भारतीय उद्योगपतियों में इसमें गौतम अडानी, मुकेश अंबानी और नटराजन चंद्रशेखरन जैसे लोग भी इसमें हिस्सा लेंगे।

पीएम मोदी का क्या रहेगा पूरा शेड्यूल

पीएम मोदी सुबह 9.30 बजे महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर पहुंचेगे। इसके बाद समिट का उद्घाटन किया जाएगा। इसस समिट को सबसे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल इस समिट को संबोधित करेंगे। इसके बाद 10 उद्योगपति इसे संबोधित करेंगे। कार्यक्रम को 10 देशों के मंत्री और गवर्नर भी संबोधित करेंगे। इसके बाद चेक रिपब्लिक, मोजैम्बिक और तिमोर लिस्ते के राष्ट्रपति का संबोधन होगा। पीएम मोदी सुबह करीब 11.45 बजे समिट को संबोधित करेंगे। शाम 5 बजे पीएम मोदी ग्लोबल फिन टेक लीडरशिप फोरम में शामिल होंगे।

वाइब्रेंट गुजरात का इतिहास

2001 में गुजरात के भुज में विनाशकारी भूकंप आया था। इसके एक साल बाद गुजरात में दंगे हुए। इससे गुजरात के निवेश पर काफी असर पड़ा। इसके बाद सरकार ने गुजरात की इमेट बदलने के लिए काम शुरू किया। पीएम नरेन्द्र मोदी ने तब एक बड़े सम्मेलन के लिए तैयारी शुरू करने को कहा। पीएम मोदी नए नाम की तलाश में थे। तब इसका नाम वाइब्रेंट गुजरात तय किया गया। 28 सितंबर से 02 अक्टूबर 2003 के बीच पहला ‘वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो’ हुआ।