मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का एक साल पूरा हो चुका है। इस बीच केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की भी योजना बन रही है। सूत्रों के अनुसार नए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव और राज्यपालों में बदलाव (सोमवार को तीन नए राज्यपालों की नियुक्ति) के बाद मंत्रिमंडल में फेर बदल हो सकता है। बीजेपी के कई राज्यों के भी अध्यक्ष के चुनाव हो रहे हैं। माना जा रहा है इसके पूरा होने के बाद मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता है।

हरियाणा और गोवा के लिए नए राज्यपाल नियुक्त किए जा चुके हैं जबकि लद्दाख को भी नया उपराज्यपाल मिल चुका है। वहीं मोदी सरकार द्वारा राज्यसभा के लिए चार नए सदस्यों (एडवोकेट उज्ज्वल निकम, मीनाक्षी जैन, हर्षवर्धन श्रृंगला और सी सदानंदन मास्टर) के नामांकन की घोषणा की घोषणा भी हो चुकी है।

किन बातों का रखा जाएगा ध्यान?

एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “महत्वपूर्ण विभागों वाले अधिकांश मंत्रियों को पिछली मोदी सरकार से ही दोहराया गया है। हालांकि अब तक निरंतरता पर ज़ोर दिया गया था, अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ व्यवस्था के कारण विदेश मामलों के साथ-साथ व्यापार और वाणिज्य जैसी नई प्राथमिकताओं के साथ मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जा सकता है।”

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एक पार्टी सूत्र ने हर्षवर्धन श्रृंगला (जो अमेरिका में भारतीय राजदूत के रूप में कार्य कर चुके हैं) को सांसद बनाए जाने की ओर इशारा किया। भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि जिन लोगों को मंत्रिमंडल में बदला जा सकता है, उनमें वे राज्यसभा सांसद भी शामिल हैं जिनका कार्यकाल लगभग पूरा हो रहा है और जिन्हें पार्टी के संगठनात्मक पदों पर जगह दी जा सकती है।

JDU-LJP-TDP को हो सकता फायदा

कुछ लोगों ने बताया कि भाजपा अपने गठबंधन सहयोगियों, जैसे कि जदयू, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और TDP के नेताओं को मंत्री बनाने पर विचार करेगी। JDU और लोजपा को बिहार चुनाव के चलता फायदा मिल सकता है जबकि TDP दक्षिण में एकमात्र सरकार का नेतृत्व कर रही है, जिसका भाजपा हिस्सा है।

एक नेता ने कहा, “चीजें आगे बढ़ने लगी हैं और एकमात्र प्रासंगिक प्रश्न यह है कि आगे क्या होगा? राज्यपाल पद पर फेरबदल, राष्ट्रीय पार्टी अध्यक्ष और अन्य नेताओं को पार्टी के वरिष्ठ पदों पर नियुक्त करने की घोषणा, या मंत्रिमंडल में फेरबदल।” भाजपा ने अपने 37 राज्यों में से आधे से ज़्यादा में अध्यक्षों के चुनाव की अनिवार्य प्रक्रिया पूरी कर ली है, और उम्मीद है कि जल्द ही पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा।