देश में महंगाई को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, दूध समेत कई जरूरी चीजों की कीमतें हाल के दिनों में काफी बढ़ी हैं। इसे लेकर विपक्ष और सरकार के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इसी बीच पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें मोदी महंगाई कम करने के उपायों पर चर्चा करते नजर आ रहे हैं।

पीएम मोदी के इस वीडियो को शेयर करते हुए पत्रकार उमाशंकर सिंह ने कहा कि क्या इन उपायों को अब लागू किया जा सकता है। दरअसल यह वीडियो 2014 के लोकसभा चुनाव के समय का है। तब मोदी गुजरात के सीएम थे। भाजपा के चुनाव प्रचार के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए मोदी तबकी मनमोहन सरकार को महंगाई के लिए कोस रहे थे।

वीडियो को देखने पर पता चलता है कि यह वीडियो विजय संकल्प रैली के समय का है। यह कार्यक्रम झारखंड के रांची में आयोजित किया गया था। वीडियो में मोदी को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि मुख्यमंत्रियों की एक कमेटी ने मनमोहन सरकार को महंगाई कम करने के लिए सुझाव दिए थे, उसपर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

मोदी कह रहे हैं- “महंगाई कम होनी चाहिए कि नहीं चाहिए? ये जिम्मेदारी सरकार की है या नहीं? लेकिन ऐसे कह रहे हैं जैसे उनकी जिम्मेदारी नहीं है और अभी तो कह दिया हमने मुख्यमंत्रियों को कह दिया है। मैं आज रांची की धरती पर मीडिया के मित्र गौर करें…देश में महंगाई को लेकर तूफान खड़ा हुआ, प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्रियों को बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा। तीन साल पहले मुख्यमंत्रियों की मीटिंग बुलाई गई, उस मीटिंग में चर्चा हुई, आखिर में प्रधानमंत्री ने कुछ कमेटियां बनाईं, महंगाई कम करने के उपाय खोजने के लिए, एक कमेटी का चेयरमैन मुझे बनाया। मेरे साथ तीन और चीफ मिनिस्टर लगाए गए। हमने रिपोर्ट बनाई, रिपोर्ट दी, उनको रिपोर्ट दिए भी ढाई साल हो गए। हमने कहा महंगाई कम करने के लिए ये 20 कदम उठाने चाहिए। हमने उन्हें 62 प्वाइंट बताए। वो ड्राफ्ट मैं खुद प्रधानमंंत्री जी को दे आया। उन्होंने कहा बहुत अच्छा काम हुआ है। लेकिन महंगाई कम नहीं हुई।”

अब इसी वीडियो को लेकर हंगामा मचा हुआ है। दरअसल एक मीटिंग में पीएम मोदी ने राज्यों से टैक्स घटाकर पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने के लिए कहा। जिसके बाद से इस वीडियो को उनके जवाब के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही कहा जा रहा है मोदी के पास जब पहले से ही ड्राफ्ट है तो वो उसी के अनुसार से महंगाई कम कर दें।