शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सरकारी आवास पर उत्तरप्रदेश के भाजपा सांसदों से मुलाक़ात की। उन्होंने नाश्ते पर भाजपा सांसदों से राजनीतिक चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई भाजपा सांसदों की बैठक में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी शामिल नहीं हुए। बैठक में शामिल नहीं होने के बाद से ही कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं और इस बात की चर्चा है जल्दी ही उनपर कोई एक्शन लिया जा सकता है।

शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई मीटिंग में करीब 40 सांसदों ने हिस्सा लिया। इनमें से अधिकतर सांसद पूर्वी उत्तरप्रदेश के थे। इस बैठक में लखीमपुर खीरी हिंसा के आरोपी आशीष मिश्र के पिता व लखीमपुर खीरी से सांसद अजय मिश्र टेनी शामिल नहीं हुए। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सांसदों से पार्टी की स्थिति को लेकर जानकारी ली और साथ ही लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद उपजी स्थिति को लेकर भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री मोदी और सांसदों के बीच की मुलाक़ात करीब आधे घंटे तक चली। इस दौरान पीएम मोदी ने सांसदों को पार्टी और समाज के वरिष्ठ नेताओं से बात करने का सुझाव दिया और कहा कि उनसे बात करके उनके अनुभवों को सीखना चाहिए। साथ ही उन्होंने स्पोर्ट्स इकॉनमी मजबूत करने के लिए भी कहा और अमृत महोत्सव को मनाने के लिए अलग अलग तरीकों को लेकर सुझाव भी मांगे।

बैठक के दौरान पीएम मोदी ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सांसदों को पूरी ताकत से तैयारियों में जुटने के लिए कहा। पीएम मोदी ने सांसदों को साफ़ कहा कि कोई भी व्यक्ति संगठन और पार्टी से बड़ा नहीं है। इसलिए वे पूरी ताकत से आगामी चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। प्रधानमंत्री मोदी ने 20 और 16 सांसदों का ग्रुप बनाकर बैठक में मौजूद लोगों से बातचीत की। 

बता दें कि अलग अलग राज्यों के सांसदों के साथ पीएम मोदी की यह चौथी मुलाक़ात है।  इससे पहले वे पूर्वोत्तर, दक्षिणी राज्यों और मध्यप्रदेश के सांसदों से मुलाक़ात कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी जल्दी ही उत्तरप्रदेश के बाकी सांसदों से भी मुलाक़ात कर सकते हैं।