यूपीआई पेमेंट सिस्टम भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन की क्रांति का प्रतीक बना है। इसके चलते ही दुनिया के कई देशों में इसे अपनाया जा रहा है। इसी के तहत श्रीलंका और मॉरीशस में भी पीएम मोदी ने यूपीआई सर्विस लॉन्च कर दी है। इसका सबसे ज्यादा फायदा श्रीलंका और मॉरीशस जाने वाले भारतीय पर्यटकों को मिलने वाला है। खास बात यह है कि यूपीआई के साथ ही रुपे कार्ड की सर्विसेज भी इन दोनों ही देशों में लॉन्च हो गई है। इसे पीएम मोदी ने ऐतिहासिक कदम बताया है।
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और मॉरीशस के पीएम प्रविंद जुगनौथ की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए श्रीलंका और मॉरीशस में यूपीआई समेत रुपे सर्विस लॉन्च कर दी है। इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज हिंद महासागर क्षेत्र में तीन मित्र देशों के लिए एक विशेष दिन है। आज हम अपने ऐतिहासिक संबंधों को आधुनिक डिजिटल तरीके से जोड़ रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि यह हमारे लोगों के विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। फिनटेक कनेक्टिविटी के माध्यम से, न केवल क्रॉस- सीमा लेन देन ही नहीं बल्कि सीमा पार कनेक्शन भी मजबूत होंगे। पीएम मोदी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि भारत यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस अब एक नई जिम्मेदारी निभा रहा है जो कि ‘यूनाइटिंग पार्टनर्स विद इंडिया’ है।
‘पहले पड़ोसी’ नीति का पालन कर रही है BJP
भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि यूपीआई प्रणाली से श्रीलंका और मॉरीशस को फायदा होगा। डिजिटल बुनियादी ढांचे से भारत में क्रांतिकारी बदलाव आया है। उन्होंने इस दौरान भारत की नेबर फर्स्ट पॉलिसी का भी उदाहरण दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि यूपीआई की श्रीलंका और मॉरीशस में लॉन्चिग द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों की पृष्ठभूमि में हुई है।
राम मंदिर उद्घाटन के लिए दी बधाई
इस मौके पर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपके लिए यह दूसरा महत्वपूर्ण अवसर है। मुझे कुछ हफ्ते पहले ही राम मंदिर के उद्घाटन के लिए आपको बधाई देनी चाहिए थे। यूपीआई को लेकर श्रीलंकाई राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा कि आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से हमारे संबंधों को दर्शाता है। हजारे साल से हमारे दोनों देशों के बीच ट्रांजेक्शन होता रहा है। उस समय दुर्भाग्य से केंद्रीय बैंक नहीं थे। हमारे संग्रहालयों में से 1000 साल से अधिक पुराने सिक्के दक्षिण भारतीय ही हैं।
यूपीआई की लॉन्चिंग के दौरान मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ ने कहा कि इस मील के पत्थर के अवसर पर वे काफी खुश हैं। रुपे कार्ड को हमारे राष्ट्रीय भुगतान स्विच के साथ सह ब्रांड किया गया है। MoCAS को मॉरीशस में घरेलू कार्ड के रूप में नामित किया जाएगा। भारत और मॉरीशस मजबूत सांस्कृतिक विरासत साझा करते हैं।
ग्लोबल हो रहे UPI और RuPay
यूपीआई और रुपे कार्ड की स्वीकार्यता श्रीलंका और मॉरीशस में बढ़ना के लिए अहम है। इसके जरिए यूपीआई को ग्लोबल बनाने में भारत को बड़ी मदद मिल रही है। बता दें कि इससे पहले सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, हॉन्गकॉन्ग ओमान, कतर, अमेरिका, सऊदी अरब, यूएई औऱ यूपी में भी यूपीआई का इस्तेमाल हो किया जा रहा है, जो कि यूपीआई की बढ़ती ताकत का संकेत दे रहा है।