चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ब्रिक्स डिनर के बाद बैठक कर कर रहे थे। लेकिन वहां पर अचानक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंच गए। इसके बाद यह दि्वपक्षीय बैठक त्रिपक्षीय में बदल गई। मोदी ने दोनों नेताओं के साथ 20 मिनट से ज्यादा वक्त बिताया। इस घटना से सब लोग हैरान हो गए, दि्वपक्षीय बैठक में इस तरह पहुंचना थोड़ा हैरान करने वाला था। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि पीएम मोदी उस सेशन में क्यों पहुंचे। अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से लिखा है कि प्रचंड वहां से निकलने से पहले ब्राजील के प्रतिनिधि मंडल का इंतजार कर रहे थे। इसके बाद शी ने भी उनका साथ देने का फैसला किया है। तभी पीएम मोदी वहां पहुंचे और उन्होंने भी उनको ज्वाइन करने का फैसला किया।

वीडियो में देखें- ब्रीक्स में हिस्सा लेने पहुंचे नेताओं का स्वागत करते पीएम मोदी

प्रचंड के बेटे प्रकाश दहल ने इस बैठक की कई तस्वीरें अपने फेसबुक पेज पर शेयर की हैं। इसके बाद से ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर होने लगीं। दहल ने इस बैठक को ‘संयोगात्मक’ बताया है। नेपाली भाषा में लिखते हुए उन्होंने कहा कि इन देशों की मदद से ही नेपाल की समृद्धि संभव है।

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बता दें, नेपाल में अपना प्रभाव बढ़ाने को लेकर चीन और भारत में हमेशा से प्रतिस्पर्धा रही है। दोनों देशों के बीच मौजूद नेपाल रणनीतिक रूप से दोनों के लिए काफी अहम है। बताया जा रहा था कि चीनी राष्ट्रपति ब्रिक्स यात्रा के दौरान भारत आने से पहले नेपाल जाना चाहते थे। लेकिन नेपाल में अगस्त में सत्ता बदलने के बाद उन्होंने अपनी योजना बदल ली। प्रचंड ने केपी ओली की जगह ले ली थी। ओली को चीन का करीबी बताया जाता था। सत्ता में आने के बाद प्रचंड़ ने अपनी पहली विदेश यात्रा पर पिछले महीने भारत पहुंचे थे।

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