संसद का मानसून सत्र सोमवार (18 जुलाई 2022) से शुरू होने जा रहा है। इससे पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के शामिल नहीं होने पर कांग्रेस ने तंज कसा है। गौरतलब है कि संसद के सुचारू रूप से संचालन के लिए प्रधानमंत्री द्वारा ऑल पार्टी मीट आयोजित करने की प्रथा रही है। पर ऐसा दूसरी बार हुआ है जब पीएम मोदी इस बैठक में शामिल नहीं हुए हैं।

जिसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, “संसद के आगामी सत्र पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक अभी शुरू हुई है और प्रधानमंत्री हमेशा की तरह अनुपस्थित हैं। क्या यह ‘असंसदीय’ नहीं है?” पिछली बार जब पीएम मोदी बजट सत्र से पहले बैठक में शामिल नहीं हुए थे, तब सरकार ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी ऐसी कई बैठकों में भाग नहीं लिया था।

2014 से पहले पीएम कभी शामिल नहीं हुए: जिसका जवाब देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस के जयराम रमेश ने यह मुद्दा उठाया कि प्रधानमंत्री आज बैठक में शामिल नहीं हुए। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि 2014 से पहले पीएम कभी भी सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुए थे। मनमोहन सिंह जी कितनी बार सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए?

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हुए शामिल: वहीं, दूसरी ओर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बैठक में शामिल सभी पार्टियों से संसद का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया। बैठक में बीजेपी की ओर से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी, अर्जुन मेघवाल और मुरलीधरन शामिल हुए, वहीं कांग्रेस का प्रतिनिधित्व मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और जयराम रमेश ने किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से शरद पवार और सुप्रिया सुले, जनता दल यूनाइटेड से रामनाथ ठाकुर, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और अकाली दल से हरसिमरत कौर भी ऑल पार्टी मीट में शामिल हुए।

लोकसभा स्पीकर ने भी बुलाई थी बैठक: इससे पहले शनिवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में बहुत सी पार्टियां नदारद रहीं। ओम बिरला ने कहा कि सदन बिना व्यवधान के मर्यादा से चले और सभी दलों का इसमें सहयोग रहे। उन्होंने यह भी कहा कि इस सत्र में भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा और इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। सत्र में सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं।