प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत उत्तर प्रदेश में चयनित 21 लाख किसान जांच में अपात्र पाए गए हैं। किसानों से उन्हें इस योजना के तहत अब तक दी गई धनराशि की वसूली की जाएगी। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत केंद्र सरकार से कुल दो करोड़ 85 लाख किसानों की सूची प्राप्त हुई थी जिनमें से 21 लाख काश्तकार सत्यापन में अपात्र पाए गए हैं।

शाही ने बताया कि अपात्र पाए गए किसानों से उन्हें इस योजना के तहत अब तक दी गई रकम की वसूली की जाएगी। उन्होंने बताया कि लाभार्थियों का सत्यापन एक नियमित प्रक्रिया है। उन्होंने बताया कि कई लाभार्थी आयकर चुकाने की वजह से अपात्र घोषित किए गए हैं जबकि कई मामलों में पति और पत्नी दोनों को ही इस निधि का लाभ प्राप्त हो रहा था, जबकि नियमानुसार उनमें से किसी एक को ही इस योजना का लाभ दिया जा सकता है।

उनका कहना था कि कई ऐसे लाभार्थी भी शामिल थे जो इस योजना के तहत निर्धारित अर्हता को पूरा नहीं करते, लिहाजा उन्हें अपात्र घोषित किया गया है। किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त इस महीने के अंत तक जारी की जाएगी और जिन किसानों का भूलेख अंकन और स्थलीय सत्यापन का कार्य पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड होगा, उन्हें ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा।

मंत्री के अनुसार फिलहाल पहले चरण में यह प्रक्रिया पूरी करने की अंतिम तिथि नौ सितंबर तय की गई है जबकि दूसरे चरण में 25 सितंबर तक यह प्रक्रिया पूरी की जा सकेगी। कृषि मंत्री ने बताया कि अभी तक कुल एक करोड़ 51 लाख किसानों का पोर्टल पर भूलेख अंकन का काम किया जा चुका है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे जल्द से जल्द अपना डाटा पोर्टल पर अपलोड करा लें।