Rahul Gandhi: गौतम अडानी मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधा है। उनका कहना था कि पीएम नहीं चाहते कि संसद में इस मामले पर चर्चा हो। लेकिन देश को ये पता तो चलना चाहिए कि अडानी के पीछे कौन सी शक्तियां काम कर रही हैं। उनका कहना था कि वो 2-3 साल से अडानी का मुद्दा उठा रहे थे पर सरकार नहीं सुन रही थी।

राहुल गांधी ने कहा कि सरकार पूरी कोशिश करेगी कि संसद में अडानी मुद्दे पर कोई चर्चा न हो। सरकार को संसद में इस पर चर्चा की अनुमति देनी चाहिए।

“मैं 2-3 साल से यह मुद्दा उठा रहा हूं”

राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि मैं सरकार के बारे में काफी समय से बोल रहा हूं कि ‘हम दो, हमारे दो’। सरकार डरी हुई है कि संसद में अडानी जी पर चर्चा न हो जाए। सरकार को इस पर चर्चा करानी चाहिए। आप लोग कारण जानते ही हैं कि इस पर चर्चा क्यों न हो। मैं 2-3 साल से यह मुद्दा उठा रहा हूं।

राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए। सरकार क्यों इस चर्चा से बच रही है ?

संसद से सड़क तक कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन

अडानी विवाद पर सरकार से जवाब मांगते हुए विपक्षी दलों के सदस्यों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया। सांसदों ने “अडानी-मोदी में यारी है, पैसे की लूट जारी है”, “एलआईसी बचाओ” और “नहीं चलेगी और बेमानी, बस करो मोदी-अडानी” जैसे नारों वाले कार्ड लिए थे। युवा कांग्रेस और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने देशभर में इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किए हैं।

लोकसभा के साथ- साथ राज्यसभा में भी इस मुद्दे को लेकर विपक्ष के सांसदों ने विरोध जताया। हंगामे के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि तथ्य यह है कि आप बाहरी उद्देश्यों के लिए विचार-विमर्श के लिए एक यह चुनते हैं, यह उचित नहीं है … मैं आपसे अपील करता हूं, यह सोचने का समय है कि आम आदमी क्या सोच रहा है ।” जिसके बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित किया गया था।