अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर इन दिनों यात्रियों की भारी भीड़ है। छठ पूजा और दिवाली के लिए घर लौटने की कोशिश में यात्री किसी भी तरह ट्रेन पकड़ना चाह रहे हैं। भीड़ को देखते हुए पश्चिमी रेलवे (WR) के अहमदाबाद डिवीजन ने शहर के सभी तीन प्रमुख रेलवे स्टेशनों – अहमदाबाद (कालूपुर), साबरमती और असरवा पर प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री को निलंबित कर दिया।

प्लेटफॉर्म टिकट पर लगा यह सस्पेंशन 27 अक्टूबर को लागू हुआ और 6 नवंबर 2024 तक लागू रहेगा। इसका मतलब यह है कि केवल वैध टिकट वाले लोगों को ही रेलवे स्टेशनों में प्रवेश की अनुमति होगी और यात्रियों को विदा करने आए रिश्तेदार या अन्य लोग एंट्री नहीं कर सकेंगे।

यह आदेश भारी भीड़ के मद्देनजर आया है, खास तौर पर उत्तर और पूर्वी भारत के राज्यों में प्रवासी श्रमिकों को ले जाने वाली जनसाधारण एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के लिए। बिक्री को निलंबित करने का फैसला रविवार शाम को ही लिया गया था लेकिन इसकी घोषणा सोमवार सुबह की गई।

त्योहारों के लिए स्पेशल ट्रेनों की मांग

उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के एक सदस्य ने शुक्रवार और शनिवार को महाप्रबंधक को पत्र लिखकर मांग की थी कि त्योहारी सीजन के दौरान अधिक विशेष ट्रेनें चलाई जाएं।

दिवाली को छोड़कर सभी छुट्टियां रद्द, हर हाल में 19 नवंबर तक राशनकार्ड जारी करने का दबाव

सूरत स्टेशन पर भारी भीड़

दरअसल, सूरत से उत्तर भारत की तरफ जाने वाली ट्रेनों में सफर करने के लिए यात्रियों की भारी भीड़ उधना रेलवे स्टेशन पर उमड़ पड़ी है। सूरत से उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और झारखंड जाने वाले यात्रियों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हैं। सूरत के उधना स्टेशन के बाहर सड़क पर यात्रियों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा रही हैं। उधना रेलवे स्टेशन के अंदर भी यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जवानों को लाठी भी चलानी पड़ी।

मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर भगदड़

मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर रविवार को भीड़ के चलते भगदड़ मच गया और 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके बाद से सेंट्रल रेलवे ने मुंबई के करीब आधा दर्जन स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री बंद कर दी है। इनमें मुख्य रूप से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, दादर, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, थाणे, पुणे, नागपुर स्टेशन शामिल हैं। सेंट्रल रेलवे ने यह फैसला स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए किया है। इस व्यवस्था के तहत मुंबई के स्टेशनों पर इन 13 दिनों के अंदर केवल उन्हीं लोगों को एंट्री मिलेगी, जिनके पास यात्रा का टिकट होगा। वहीं यात्रियों को ट्रेन में बैठाने के लिए स्टेशन पहुंचने वालों को स्टेशन के बाहर से ही वापस लौटना होगा।