PF scam, DHFL PF Scam: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) में हुए पीएफ घोटाले की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान (ईओडब्ल्यू) ने शुरू कर दी है। इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। प्रदेश के बिजली करामचरियों की घोटाले की वजह से नींद उड़ी हुई है। बिजली विभाग में राम बहादुर नाम के एक कर्मचारी की बेटी की शादी अगले महीने होने वाली थी। लेकिन घोटाले के बाद राम बहादुर अपना पीएफ़ नहीं निकाल पा रहे हैं। ऐसे में उनका कहना है कि अब कोई रास्ता नहीं है, अब लगता है आत्महत्या ही करनी पड़ेगी।
राम बहादुर ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा “लगता है हमको अपना टाइम बढ़ाना पड़ेगा। या तो आत्महत्या का नोटिस देना पड़ेगी। सम्मान के लिए ही कर्मचारी जीता है, हम लोगों के पास अब कोई रास्ता नहीं हैं।” बता दें यूपी में 2631 करोड़ रूपाय का पीएफ़ घोटाला सामने आया है। इस घोटाले की जांच कर रही ईओडब्ल्यू मंगलवार को पूर्व एमडी एपी मिश्रा को गिरफ्तार किया था। ईओडब्ल्यू की टीम मंगलवार को लखनऊ के अलीगंज पहुंची जहां से एपी मिश्रा को हिरासत में ले लिया गया। एपी मिश्रा से पुलिस अफसर अज्ञात स्थान पर पूछताछ कर रहे हैं। सरकार ने इस घोटाले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है।
इससे पहले घोटाला सामने आने के बाद सरकार ने अपर्णा यू को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक और ऊर्जा सचिव के पद से हटा दिया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे एम देवराज को अब सचिव ऊर्जा और प्रबंध निदेशक का दायित्व सौंपा गया है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के कर्मचारियों की भविष्य निधि के करीब 2600 करोड़ रुपये का अनियमित तरीके से निजी संस्था डीएचएफएल में कथित निवेश किए जाने के खुलासे के बाद यह कदम शासन द्वारा उठाया गया है।