भविष्य निधि (प्रोविडेंट फ़ंड) सुनते ही पहला ख्याल आता है ‘सेविंग्स।’ भविष्य निधि नौकरीपेशा या महीने में तनख्वा पाने वाले लोगो के लिए बनायी गयी एक लाभदायक योजना है, आप इसे नौकरीपेशा लोगो का रिटायरमेंट प्लान भी कह सकते हैं। सरकार इस साल प्रोविडेंट फ़ंड पर ब्याज दर कम करने की योजना बना रही है। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) 5 मार्च को ब्याज दरों की समीक्षा के लिए एक अहम बैठक करने जा रहा है।
केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के ट्रस्टीज की दिल्ली में बैठक होने जा रही है जिसमें तय किया जायेगा कि वित्त वर्ष 2019-20 में प्रोविडेंट फ़ंड पर मिलने वाले ब्याज में कितनी कटौती की जाये। बोर्ड का मानना है कि मौजूदा आर्थिक हालात में 8.65% रिटर्न देना मुश्किल है जिसके चलते ब्याज दर में 0.10% की कमी हो सकती है। इसी के साथ बोर्ड ईपीएफ़ओ में मिलने वाले रिटर्न की भी समीक्षा करेगा। नया ब्याज दर तय करते समय पुराने सरपल्स को ध्यान में रखा जाएगा।
इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज यानी IL&FS की वजह से प्रोविडेंट फ़ंड में मिलने वाले ब्याज में कमी की संभावना है। EPFO के पास इस समय 151 करोड़ रुपये की सरपल्स रकम मौजूद है। वहीं EPFO पेंशनर्स को एडवांस रकम पर बड़ा फायदा मिलने वाला है। ‘मनीकंट्रोल’ की रिपोर्ट के मुताबिक एडवांस पेंशन अमाउंट लेने वाले पेंशनर्स को फिर से पेंशन की पूरी रकम मिल सकती है। इस बदलाव से जुड़े नोटिफिकेशन EPS जल्द जारी कर सकता है। पेंशनधारक आने वाले अगले 10 सालों के लिए पहले से पेंशन ले सकते हैं। वे मानसिक का 40% एडवांस में 10 साल के लिए ले सकते हैं।