मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने कहा कि 2024 में होने वाले आम चुनावों के कारण कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने की संभावना नहीं है। तीन सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रखा है।

तीनों कंपनियां लगभग 90 फीसदी बाजार को नियंत्रित करती हैं। तीनों ने लगातार 18 महीने से तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। बावजूद इसके कि क्रूड ऑयल की कीमत वैश्विक बाजार में इस दौरान बढ़ी हैं। पिछले साल कच्चे तेल की लागत बढ़ने के बावजूद भारत में तेल का दाम नहीं बढ़ाया गया। इससे वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में कंपनियों को भारी नुकसान हुआ।

हालांकि इससे पहले कि तेल की कीमतों में कमी ने कंपनियों को लाभ भी दिया था। खास बात है कि अगस्त के बाद से अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतें बढ़ी हैं, जिससे तीन खुदरा विक्रेताओं का मार्जिन फिर से नेगेटिव हो गया है। मूडीज ने एक रिपोर्ट में कहा कि कच्चे तेल की ऊंची कीमतें भारत में तीन सरकारी स्वामित्व वाली तेल कंपनियों – आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल के मार्जिन को कमजोर कर देंगी।

1908 में की गई थी मूडीज की स्थापना

मूडीज विश्व की तीन बड़ी अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में से एक है। दो अन्य रेटिंग एजेंसियां स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (S & P) और फिच हैं। मूडीज AAA से लेकर C तक रेटिंग जारी करती है। AAA सर्वश्रेष्ठ और C सबसे ख़राब रेटिंग है। मूडीज की स्थापना 1908 में की गई थी।

मूडीज सरकारों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बांड पर आधारित वित्तीय अनुसंधान करती है। इसी आधार पर वह देश की क्रेडिट रेटिंग जारी करती है। कुल मिलाकर उसकी रेटिंग के आधार पर यह तय होता है कि अमुक देश में निवेश कितना सुरक्षित है। इन कंपनियों द्वारा रेटिंग देते वक्त किसी देश पर कर्ज की मौजूदा स्थिति और उसे चुकाने की उसकी क्षमता को ध्यान में रखा जाता है।