जम्मू-कश्मीर के निवर्तमान मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने संकेत दिए कि विधानसभा चुनावों में त्रिशंकु जनादेश आने के बाद उनकी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) अपनी चिर-प्रतिद्वंद्वी पीडीपी को राज्य में सरकार बनाने की खातिर समर्थन दे सकती है।

मुफ्ती मोहम्मद सईद की पीडीपी 28 सीटों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है जबकि 87 सदस्यीय विधानसभा में उसे बहुमत पाने के लिए 16 और सीटें चाहिए थीं। भाजपा को 25 और नेशनल कांफ्रेंस को पार्टी द्वारा समर्थित दो निर्दलीय विधायकों सहित 17 सीटें मिली जबकि कांग्रेस को 12 सीटों से संतोष करना पड़ा।
पीडीपी के सामने भाजपा से गठबंधन करने या कांग्रेस एवं कुछ निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार चलाने का विकल्प है। राजनीतिक विश्लेषकों ने कभी यह नहीं सोचा था कि नेशनल कांफ्रेंस से समर्थन लेना भी पीडीपी के लिए एक विकल्प हो सकता है।

पूरे परिदृश्य में एक नया पहलू सामने लाते हुए उमर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उनसे संपर्क करना पीडीपी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, ‘‘उसके बाद क्या होगा उसे लेकर मैं किसी बात से इनकार या किसी बात को स्वीकार नहीं कर रहा।’’

पीडीपी को एनसी के समर्थन की बात कभी सोचे न जाने की उन्हें याद दिलाने पर उमर ने कहा, ‘‘क्या किसी ने सोचा था कि बिहार में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव कभी साथ आएंगे?’’

उमर ने भाजपा को किसी तरह का समर्थन देने से यह कहते हुए लगभग इनकार कर दिया कि इस बात की सिर्फ एक फीसदी संभावना है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक फीसदी संभावना खुली छोड़ रहा हूं।’’

बहरहाल, उमर ने कहा कि वह किसी से संपर्क करने नहीं जा रहे। उन्होंने कहा, ‘‘पर ऐसा नहीं है कि कोई मुझसे संपर्क नहीं कर सकता।’’

पीडीपी, भाजपा और कांग्रेस पर सरकार बनाने की जिम्मेदारी डालते हुए उमर ने कहा कि किसी गठजोड़ को एकतरफा समर्थन देना उनका काम नहीं है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने सरकार गठन के सभी विकल्प खुले रखे हैं। शाह के इस बयान के बारे में पूछे जाने पर उमर ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने इस बाबत उनसे बात नहीं की है।

उमर ने स्वीकार किया कि वह इस बात को लेकर निश्चिंत नहीं थे कि वह विधायक बने रह पाएंगे। उन्होंने कहा कि अब वह बैठेंगे और चाहेंगे कि अन्य पार्टियां सरकार बनाएं। उन्होंने कहा कि एनसी के लिए सिर्फ एक रास्ता है और वह ऊफर की ओर जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में हमें अहम भूमिका निभानी है।’’

बहरहाल, उमर ने कहा कि उन्हें पीडीपी से और बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है पर अपने ही दुष्प्रचार का शिकार हो गई। उन्होंने कहा, ‘‘यदि चुनावों से पहले उन्होंने दिखाया होता कि वे अपने अतीत की अपेक्षा बेहतर काम करेंगे तो वे आज ज्यादा राहत महसूस करते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल, ‘मिशन 44’ और ‘मिशन 52’ जैसे उनके नारों ने उनकी खुशियां पंक्चर कर दी।’’

इससे पहले, उमर ने दिन में कहा था कि एनसी एक अच्छे और रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा था, ‘‘एनसी अपने प्रदर्शन से संतुष्ट है। लोगों ने हमसे जो अपेक्षाएं की हम उससे आगे गए। ओपिनियन पोलों में हमें इतनी सीटें नहीं दी जा रही थी। और ऐसे हालात में यदि हमें 17 सीटें मिली तो एनसी में किसी को बुरा नहीं महसूस करना चाहिए।’’