आतंकी हमले की आशंका के चलते अमरनाथ यात्रा को लेकर जारी की गई एडवायजरी के बाद जम्मू कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों में खलबली मची हुई है। कश्मीर में सेना की अतिरिक्त तैनाती के बाद कश्मीर को लेकर चर्चाएं तेज हैं। टीवी चैनल्स पर भी कश्मीर को लेकर चर्चा की जा रही है। ऐसे में एक न्यूज चैनल पर बहस के दौरान पीडीपी नेता ताहिर सईद बीजेपी नेता शहनवाज से भिड़ गए और उनसे बोले,मेरी सरजमीं पर मेरी आवाज बंद कराने आए हो। इस दौरान न्यूज चैनल के एंकर को बीच में बोलना पड़ा फिर जाकर बहस शांति से आगे बढ़ सकी।
क्या है मामला: दरअसल कश्मीर में अमरनाथ यात्रा को लेकर जारी एडवाइजरी को लेकर एक न्यूज चैनल पर बहस हो रही थी इस दौरान पीडीपी नेता ताहिर सईद ने कहा 30-32 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है कि राज्य के लोगों में खौफ पैदा किया जा रहा है। हमने कोई गलत बात नहीं कही, हम बस एक प्रश्न शहनवाज हुसैन साहब से पूछना चाहते हैं। इतनी ज्यादा तादाद में आप फोर्स क्यूं भेज रहे हैं। क्या कुछ होने वाला है क्या कहीं से खतरा है? हमें बता दीजिए लोगों को बता दीजिए आखिर क्यों इतनी फोर्स लगाई जा रही है।
पर्यटकों को कश्मीर से बाहर निकालने को लेकर उन्होंने कहा कि क्या हमारा देश इतना कमजोर हो गया है कि लोगों को सुरक्षा के चलते कश्मीर से बाहर जाना पड़ रहा है। इस पर शहनवाज ने कहा कि एक भी जान जाने नहीं देंगे और कोई पुलवामा दोहराने नहीं देंगे। हम यह दिखाना चाहते हैं।
ताहिर सईद ने कहा कि इतना खौफ क्यों है? एटीएम पर इतनी लंबी लाइन है? इसपर शहनवाज हुसैन ने कहा कि खौफ नहीं है आप लोग खौफ फैला रहे हैं। आप सियासी पार्टी हैं या अफवाह फैलाने वाली पार्टी? सेना वहां जा रही है तो आप लोगों को डर क्यों लगने लगा। ताहिर ने शहनवाज का जवाब देते हुए कहा कि हम जवाब चाहते हैं हम जिम्मेदार पार्टी हैं। तो आप लोगों को डर क्यों रहे हैं?
जम्मू-कश्मीर में क्या होने वाला है ? इस मुद्दे पर देखिए पीडीपी के प्रवक्ता ताहिर सईद और बीजेपी के @ShahnawazBJP के बीच तीखी बहस
देखिए #Dangal @sardanarohit के साथ
Live : https://t.co/fOz5QPkk43 pic.twitter.com/VU6tamKEqC— आज तक (@aajtak) August 3, 2019
यह हमारे जान का जमीन का मामला है। आप हमसे कह रहे हैं हम चुप रहें। इस पर शहनवाज ने कहा कि जान माल के हिफाजत के लिए ही सेना गई है। इसपर शहनवाज हुसैन को जवाब देते हुए ताहिर ने कहा कि ये हमारीं सरजमीं का मामला है और आप कह रहे हैं खामोश रहो। ये क्या बात है शहनवाज साहब।