विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने जम्मू कश्मीर में ‘‘आतंकवादी हमलों में बढ़ोतरी’’ को लेकर राज्य की पीडीपी-भाजपा सरकार पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद पर राष्ट्रीय हितों से ‘‘समझौता’’ करने का आरोप लगाया।

विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा, ‘‘मसर्रत आलम (अलगाववादी नेता) को रिहा कर दिया गया। आतंकवादी हमले बढ़ गए हैं। देश देख रहा है, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने अपने कदमों से राष्ट्रीय हितों से समझौता किया है।’’

उन्होंने यद्यपि पीडीपी के साथ गठबंधन करने के भाजपा के निर्णय पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन जोर देकर कहा कि ‘‘राष्ट्रीय हितों और राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं होना चाहिए।’’

तेजतर्रार हिंदुत्वादी नेता तोगड़िया ने अनुच्छेद 370 रद्द करने पर जोर दिया जो कि लंबे समय से भाजपा की मांग रही है। उन्होंने कहा कि विहिप इसके प्रति प्रतिबद्ध है और उन्होंने हाल में जम्मू में आयोजित एक रैली में इसे रद्द करने की मांग की थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तोगड़िया के संबंध कथित तौर पर तनावपूर्ण रहे हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह व्यस्तता के कारण केंद्र की भाजपा सरकार के प्रदर्शन का आकलन नही कर पाये हैं। उन्होंने समाज में ‘‘अस्पृश्यता’’ समाप्त करने के लिए देशव्यापी कार्यक्रम की घोषणा की और कहा कि हिंदुत्वादी संगठन ‘‘अस्पृश्यता विहीन भारत’’ को साकार करने के लिए कई मोर्चों पर काम करेगा।

उन्होंने गिरजाघरों पर हमले के लिए हिंदुत्ववादी संगठनों पर आरोप लगाने वालों पर निशाना साधा और कहा, ‘‘गिरजाघरों पर हमले पाकिस्तान और सीरिया में भी होते हैं लेकिन हिंदुओं को सब कुछ के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए।’’