दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत ने शनिवार (22 सितंबर) को समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद मुनव्वर सलीम के निजी सचिव फरहत खान को बरी कर दिया। फरहत खान पर साल 2016 में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया था।

फरहत खान को गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा था कि फरहत 20 साल से ज्यादा वक्त से पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। जासूसी के बदले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई उसे पैसे दे रही थी। फरहत ने साल 1996 से ही दिल्ली में कई सांसदों के पीए के तौर पर काम किया था। पुलिस को शक था कि फरहत पाक एजेंसियों को संसद से जुड़ी गोपनीय जानकारियां भेज रहा था।

मध्य प्रदेश के विदिशा के रहने वाले मुनव्वर सलीम को साल 2012 में सपा ने अपने टिकट पर राज्यसभा भेजा था। मुनव्वर सलीम ने निजी सचिव की गिरफ्तारी के बाद मीडिया के सामने सफाई दी थी। मुनव्वर खान ने कहा था कि फरहत काफी लंबे समय तक मुजफ्फरनगर के दिवंगत सांसद मुनव्वर हसन का पीए रहा था। वहीं से वह मुनव्वर सलीम के संपर्क में आया था। इसके अलावा भी संसदीय जांच और पुलिस वेरिफिकेशन के बाद ही फरहत को नियुक्त किया गया था।

दिल्ली पुलिस के द्वारा फरहत को गिरफ्तार किए जाने के बाद सपा से राज्यसभा सांसद मुनव्वर सलीम ने सफाई दी थी। सांसद ने कहा था कि उनका इस मामले से कोई लेनादेना नहीं है। अगर जासूसी मामले में उनके खिलाफ जरा सा सबूत भी पुलिस ने पेश कर दिया तो वह परिवार सहित आत्महत्या कर लेंगे।