पठानकोट एयर फोर्स बेस पर हुए आतंकी हमले की जांच में कई हैरान करने वाले खुलासे हो रहे हैं। खबर है कि मामले की जांच कर रही टीम को सेना की मिलिट्री इंजीनियर सर्विस (MES) के कर्मचारी पर आतंकियों की मदद करने का शक है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को दो अलग-अलग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 11 फुट ऊंची दीवार फांदकर आतंकी जिस रात बेस में घुसे थे, उस दिन तीन फ्लड लाइट्स काम नहीं कर रही थीं। सूत्रों के मुताबिक, लाइट्स की दिशा भी दीवार की ओर नहीं थी। उनका डायरेक्शन बदला हुआ था। दीवार की ओर लाइट्स का जो “Y” एंगल होना चाहिए था, वो नहीं था। इसके अलावा वायर भी कटी हुई थी। जांच टीम को स्पॉट से एक कैप और दो ग्लव्स भी मिले हैं।
जानकारी के मुताबिक, पठानकोट एयर फोर्स पर बेस में लगी बाकी सभी लाइट काम कर रही थीं और अपनी जगह पर सही दिशा में पाई गईं, लेकिन हैरतंगेज तरीके से तीन लाइट्स की दिशा अलग थी और ये उस रात काम भी नहीं कर रही थीं। इससे संकेत मिलता है कि एयर फोर्स बेस के भीतर कोइ शख्स ऐसा था, जिसने आतंकियों को मदद पहुंचाई।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ के सूत्रों ने बताया कि जिस व्यक्ति पर आतंकियों की मदद का शक है, उसका कुछ दिनों पहले ऊधमपुर एयरबेस से पठानकोट बेस पर तबादला किया था। बताया जा रहा है कि यह शख्स फुल टाइम क्लास IV का असैन्य कर्मचारी है।
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