पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि वे रुचि सोया के शेयर को समय के साथ 25 फीसदी तक डाइल्यूट करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बारे में जल्द ही आगे की जानकारी साझा करेंगे। बता दें कि रामदेव की रुचि सोया शेयर धारकों को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाने वाली कंपनियों में से है। पिछले एक हफ्ते में इसके वेलनेस मार्केट में एंट्री की अटकलों के बीच कंपनी के शेयर लगभग दोगुनी कीमतों के हो गए हैं।

क्या था एंकर का सवाल?: दरअसल, जी बिजनेस चैनल पर इंटरव्यू के दौरान एंकर ने पूछा था कि पिछले साल ही आपने मुझे बताया था कि रुचि सोया का शेयर कुछ लालची लोगों ने बड़ा तेजी से बढ़ा रखा है। मैं इसे नीचे लाकर रहूंगा। आपके इंटरव्यू के बाद ये नीचे आया भी था। लेकिन अब फिर से ऊपर आ गया है। क्या अब आप संतुष्ट हैं कि जहां है ठीक है? दूसरी बात कि सेबी के नियमों के मुताबिक, आपको रुचि सोया में अपनी स्टेक कम करनी है, 75 फीसदी तक लानी है, उस पर क्या कहना है आपका?

इस पर रामदेव बोले कि रुचि सोया में उनकी 15 से 25 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना है। वे इसके लिए जल्द ही एफपीओ लाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य पतंजलि को यूनिलीवर से बड़ा ब्रांड बनाने का है। पतंजलि और रुचि सोया मिलाकर 1000 से ज्यादा प्रोडक्ट हैं, जिन्हें आगे और बढ़ाने का लक्ष्य है। बता दें कि एक दिन पहले रुचि सोया ने हेल्थ एंड वेलनेस सेगमेंट में कदम रकने का ऐलान किया, जिसके बाद उसके शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई।

पतंजलि ने किया था दिवालिया रुचि सोया का अधिग्रहण, तब से मिला फायदा: बता दें कि रुचि सोया इंडस्ट्रीज 2018 तक कर्ज के बोझ से दबी थी। लेकिन बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने इसका 2019 में दिवालिया प्रक्रिया के तहत 4350 करोड़ रुपए में अधिग्रहण कर लिया था। इस अधिग्रहण के बाद ही रुचि सोया के शेयर के दाम बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में जबरदस्त तरीके से बढ़े। और एक समय तो यह 1530 रुपए तक के स्तर तक पहुंच गए थे। यह आलम तब था जब पूरे देश में लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर कंपनियों के शेयर के भाव बुरी तरह लुढ़के थे।

एक हफ्ते में 50 फीसदी तक बढ़े शेयरों के दाम: बीते कुछ दिनों में रुचि सोया के शेयरों में गिरावट भी आई और यह 400 रुपए तक पहुंच गया। पर पिछले एक हफ्ते में इसके शेयरों में फिर तेज बढ़त देखी गई और यह 50 फीसदी बढ़कर 600 से 11 रुपए के स्तर पर पहुंच चुका है। अधिग्रहण के बाद से अब तक रुचि सोया का विस्तार भी हुआ है और कंपनी मुनाफे में रही है। बीते वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में रुचि सोया इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ 227.44 करोड़ रुपये रहा। कंपनी को इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 7,617.43 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। मतलब ये कि अधिग्रहण के एक साल के भीतर कंपनी मुनाफे में आ गई थी।