Parliament Winter Session 2019 Today Updates: राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान देश के आर्थिक हालात पर चर्चा के लिए विपक्षी पार्टियों जैसे शिवसेना और टीएमसी ने सभापति एम.वैंकेया नायडु को नोटिस दिया है। यह एक शॉर्ट नोटिस है, जिसमें देश में बिगड़ते आर्थिक हालात और किस तरह से इस स्थिति को सुधारा जाए, इस बात पर चर्चा कराने की मांग की गई है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा कि आज मैं दो पार्टियों एनसीपी और बीजद की तारीफ करना चाहता हूं। इन पार्टियों ने संसदीय नियमों का कड़ाई से पालन किया है। ये दोनों पार्टियां कभी भी वेल में नहीं गई। इसके बावजूद इन दोनों पार्टियों ने अपना पक्ष प्रभावी तौर पर रखा। हमारी पार्टी सहित अन्य पार्टियों को भी उनसे सीखना चाहिए।
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पीएम मोदी ने कहा सदन अपने आप में गौरव अनुभव करता है। आज मैं इस महत्वपूर्ण अवसर साक्षी बनने और इसमें शरीक होने का मौका मिला है। सदन एक या दो हो.. अनुभव कहता है कि संविधान निर्माताओं ने जो व्यवस्था दी वो कितनी उपयुक्त रही। अगर निचला सदन जमीन से जुड़ा है तो उपरी सदन दूर तक देखने की क्षमता रखता है। राज्यसभा के जरिये विविध क्षेत्रों को लोगों के अनुभवों का लाभ मिला। पीएम ने कहा कि राज्यसभा के जरिये खेल जगत, कला जगत या खेल जगत के लोगों के अनुभवों का लाभ मिला है। यहां से बौद्धिक समाज के लोगों की पहुंच संभव हुई।
पीएम ने कहा कि राज्यसभा के लोगों ने शासकों को सही राह दिखाई। पीएम मोदी डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बयान का भी उल्लेख किया। राधाकृष्णन ने कहा था कि हमारा विचार, हमारा व्यवहार और हमारी सोच ही दो सदनों वाली हमारी संसदीय प्रणाली के औचित्य को साबित करेगी। संविधान का हिस्सा बनी इस द्वसदनीय संसद की परीक्षा हमारे कामों से होगी। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम अपनी सोच, सामर्थ्य और समझ से देश को इस व्यवस्था का औचित्य साबित करें। पीएम ने कहा 250 सत्र की यात्रा के बाद हमारा दायित्व बढ़ जाता है कि हम उन अपेक्षाओं को और बेहतर मूल्य संवर्धन कर रहे हैं।


उच्च सदन में जब पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा सदन के पूर्व नेता दिवंगत अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी जा रही थी तब शिवसेना के संजय राउत ने कहा ‘‘जेटली संघर्ष का दूसरा नाम थे और हमने उनके हर संघर्ष में साथ दिया था।’’ उन्होंने कहा ‘‘जेटली के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध थे। हमने उनसे सीखा कि रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं।’’
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा से किनारा कर चुकी शिवसेना के सदस्य सोमवार को राज्यसभा में विपक्ष की सीटों पर बैठे नजर आए। संसद के शीतकालीन सत्र की सोमवार को शुरुआत हुई। उच्च सदन में अब तक सत्ता पक्ष में बैठने वाली शिवसेना के लिए आज बैठक व्यवस्था अलग थी। शिवसेना के सदस्य संजय राउत विपक्षी सदस्यों की सीट पर बैठे नजर आए। लंबे समय तक भगवा दल की सहयोगी रही शिवसेना की भाजपा के साथ बिगड़े रिश्तों को लेकर तल्खी भी जाहिर हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में दिए अपने संबोधन में कहा कि राज्यसभा शाश्वत है और कभी भी भंग नहीं होगी। पीएम मोदी ने कहा कि संसद का उच्च सदन देश की विविधता और संघीय ढांचे के लिए महत्वपूर्ण है। राज्यसभा भारत की विकास यात्रा की प्रतीक है। इस सदन ने कई ऐतिहासिक पल देखे हैं। पीएम मोदी ने ये बातें राज्यसभा के 250वें सत्र के दौरान कही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद की शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में अपना संबोधन दिया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि मैं 250वें सत्त के निमित सभी सांसदों को बधाई देता हूं। लेकिन इस 250 सत्र के दरम्यान जिन-जिन ने योगदान दिया है वे सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि देश में जो लेखन के शौकीन हैं वे इस पर लिखेंगे। ये अपने आप में समय व्यतीत हुआ है ऐसा नहीं है। ये विचार यात्रा भी रही है। समय बदलता गया, परिस्थितियां बदलती गईं।
बिहार के महाराजगंज क्षेत्र के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने अपने संसदीय क्षेत्र में सड़क की खस्ताहाल स्थिति का मुद्दा उठाया। उन्होंने संसद में अपने इलाके के महत्वपूर्ण सड़क के चौड़ीकरण की मांग रखी।
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी संसद के 200 सत्र पूरे होने पर तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण का भी जिक्र किया। उस समय अटल बिहारी ने किया था कि हमारे संसदीय लोकतंत्र की शक्ति बढ़ाने के लिए सेकेंड चैंबर मौजूद है। उन्होंने यह भी चेताया था कि सेकेंड हाउस को सेकेंडरी हाउस बनाने की गलती ना करे।
पीएम मोदी ने कहा कि राज्यसभा के सदस्य राज्यों के प्रतिनिधि के रूप में राज्यों के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। पीएम ने कहा कि राज्यों के विकास के बिना देश का विकास संभव नहीं है।
पीएम ने कहा कि राज्यसभा के लोगों ने शासकों को सही राह दिखाई। पीएम मोदी डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बयान का भी उल्लेख किया। राधाकृष्णन ने कहा था कि हमारा विचार, हमारा व्यवहार और हमारी सोच ही दो सदनों वाली हमारी संसदीय प्रणाली के औचित्य को साबित करेगी। संविधान का हिस्सा बनी इस द्वसदनीय संसद की परीक्षा हमारे कामों से होगी। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम अपनी सोच, सामर्थ्य और समझ से देश को इस व्यवस्था का औचित्य साबित करें। पीएम ने कहा 250 सत्र की यात्रा के बाद हमारा दायित्व बढ़ जाता है कि हम उन अपेक्षाओं को और बेहतर मूल्य संवर्धन कर रहे हैं।
पीएम ने कहा कि राज्यसभा के जरिये खेल जगत, कला जगत या खेल जगत के लोगों के अनुभवों का लाभ मिला है। यहां से बौद्धिक समाज के लोगों की पहुंच संभव हुई।
सदन एक या दो हो.. अनुभव कहता है कि संविधान निर्माताओं ने जो व्यवस्था दी वो कितनी उपयुक्त रही। अगर निचला सदन जमीन से जुड़ा है तो उपरी सदन दूर तक देखने की क्षमता रखता है।
पीएम मोदी ने राज्य सभा में कहा कि 250वें सत्त के निमित सभी सांसदों को बधाई देता हूं। लेकिन इस 250 सत्र के दरम्यान जिन-जिन ने योगदान दिया है वे सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं। ये हमारी विचार यात्रा, भारत की विकास यात्रा का प्रतिबिंब है। सदन अपने आप में गौरव अनुभव करता है।
संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पीएम ने कहा कि संसद में सभी को बातचीत और चर्चा में अपना योगदान देना चाहिए। इससे पहले सद के शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को बुलायी गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने लोकसभा सांसद फारूक अब्दुल्ला की हिरासत के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया और मांग की कि उन्हें सदन में भाग लेने की अनुमति दी जाए। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संसद का सबसे महत्वपूर्ण काम चर्चा और बहस करना है। 27 दलों के सदस्यों ने बैठक में भाग लिया।
लोकसभा की कार्रवाई शुरू होने का बाद राज्य में किसानों के मुद्दे को लेकर शिवसेना ने लोकसभा से वॉक आउट किया।
मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली का 300 सभी सैंपल फेल हो गया। उन्होंने कहा कि 20 राज्यों में सबसे खतरनाक पानी दिल्ली का आया। उन्होंने कहा कि पानी के लिए गली-गली में चित्कार है। जहरीला पानी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने इस संबंध में संदर्भ लेने की बात कही। इस पर राम विलास पासवान ने कहा कि हम पिछले 5 साल से इस दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज कोई आदमी नल का पानी नहीं पी सकते हैं।
यूनिवर्सिटी में हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी को लेकर जेएनयू के छात्रों ने रविवार को संसद भवन की तरफ शांतिपूर्ण मार्च निकाला। पुलिस की तरफ से छात्रों को संसद की तरफ बढ़ने से रोका गया। छात्रों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस के जवान दीवार बनकर खड़े हुए।
डीएमके सांसद कनिमोई ने आईआईटी छात्र फातिमा की आत्महत्या का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इस मामले में छात्रा ने जिस प्रोफेसर का नाम लिखा था उससे बुलाकर पूछताछ तक नहीं की गई
ससंद की शीतकालीन सत्र के अंतर्गत राज्यसभा की कार्रवाई शुरू होने के कुछ देर बाद ही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई।
संसद में लोकसभा की कार्रवाई के दौरान विपक्ष ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विपक्ष दलों का कहना था कि सरकार को विपक्ष पर हमले बंद करने चाहिए। वे लोग जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला को रिहा करने की मांग कर रहे थे।
भाजपा के दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने कलाकारों की परिभाषा का मुद्दा उठाया। इस पर मंत्री ने कहा कि कलाकार की परिभाषा वरिष्ठ कलाकार ही तय करते हैं। इस संबंध में सुझाव आने पर विचार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीतकालीन सत्र से पहले कहा कि संसद में संवाद के अमृत से ही देश के विकास को गति मिलेगी। सदन की कार्रवाई शुरू होने के बाद लोकसभा में उन सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई जिनका हाल ही में निधन हो गया।
संसद के शीतकालीन सत्र के अंतर्गत लोकसभा और राज्यसभा में कार्रवाई शुरू हुई। सत्र के पहले दिन लोकसभा में पहले नए सदस्यों ने सदस्यता की शपथ ली।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से कहा कि पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम को भी संसद की कार्रवाई में भाग लेने की इजाजत मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अतीत में कई ऐसे उदाहरण हैं, जब इन्हीं परिस्थितियों में सांसदों को सदन में शामिल होने की इजाजत दी गई।
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले विपक्ष ने रविवार को कहा कि वह अर्थिक सुस्ती तथा कृषि संकट के मुद्दे को संसद में उठाएगा। इसके साथ ही विपक्ष ने हिरासत में लिए गए लोकसभा सांसद फारूक अब्दुल्ला को सदन में भाग लेने की अनुमति देने की मांग की।