Parliament Winter Session Live Updates: संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी तीन दिनों में लोकसभा में बड़ा राजनीतिक टकराव देखने को मिल रहा है। केंद्र सरकार विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (जी-राम-जी) बिल पर अड़ी हुई है। इसी बीच लोकसभा के सांसद चंद्रशेखर जहरीली हवा है, सरकार लापता है के पोस्टर लेकर संसद भवन के गेट के बाहर बैठे हुए हैं। चंद्रशेखर आजाद रावण ने कहा, “मैंने स्थगन प्रस्ताव केवल इस मुद्दे पर चर्चा करने का अवसर प्राप्त करने के लिए उठाया है, ताकि पूरा देश भी इस पर चर्चा कर सके।”
कांग्रेस पार्टी ने अपने सांसदों के लिए जारी किया व्हिप: कांग्रेस पार्टी ने इस बिल से महात्मा गांधी का नाम हटाने और मनरेगा की फंडिंग घटाने की कोशिश बताया। कांग्रेस ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को 19 दिसंबर तक सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है। इतना ही नहीं पार्टी ने यह भी साफ किया कि वोटिंग के दौरान उपस्थित ना रहने पर कार्रवाई हो सकती है। साथ ही कांग्रेस पार्टी आज देशभर में जिला मुख्यालयों पर महात्मा गांधी की फोटो के साथ प्रदर्शन कर रही है।
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न्यूक्लियर एनर्जी एक जोखिम भरा प्रस्ताव – सौगत रॉय
शांति विधेयक का विरोध करते हुए तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने कहा कि सरकार को यह समझने की जरूरत है कि न्यूक्लियर एनर्जी एक जोखिम भरा प्रस्ताव है।
शांति विधेयक से अमेरिका को फायदा होगा- सपा सांसद
शांति विधेयक पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद आदित्य यादव ने कहा कि यह विधेयक देश के हितों की कीमत पर अमेरिका और कई अमेरिकी कंपनियों को सीधे तौर पर लाभ पहुंचाएगा।
शांति विधेयक ऐतिहासिक है, राष्ट्र को नयी दिशा देगा: जितेंद्र सिंह
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में निजी भागीदारी की अनुमति देने संबंधी विधेयक एक ऐतिहासिक कदम है और यह मील का पत्थर साबित होगा तथा राष्ट्र को नयी दिशा देगा।
उन्होंने ‘भारत के रुपांतरण के लिए नाभिकीय ऊर्जा का संधारणीय दोहन और अभिवर्द्धन (शांति) विधेयक, 2025’ को सदन में चर्चा और पारित कराने के लिए रखते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही इस तरह के बड़े फैसले ले सकते हैं।
परमाणु ऊर्जा राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक विधेयक है। संसद के इतिहास में वर्षों बाद कोई ऐसा क्षण आता है जब सदस्यों को ऐसा मौका मिलता है कि वे राष्ट्र की यात्रा को एक नयी दिशा दे सकें।’’
दिल्ली के प्रदूषण को लेकर क्या बोले चंद्रशेखर
दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे पर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद रावण ने कहा, “मैंने स्थगन प्रस्ताव केवल इस मुद्दे पर चर्चा करने का अवसर प्राप्त करने के लिए उठाया है, ताकि पूरा देश भी इस पर चर्चा कर सके।”
दिल्ली-एनसीआर में रहना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो गया है- दीपेंद्र सिंह हुड्डा
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण पर कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “शीतकालीन सत्र के पहले दिन मैं मास्क पहनकर आया था और वायु प्रदूषण पर चर्चा की मांग की थी और मैं आज फिर मास्क पहनकर आया हूं। शीतकालीन सत्र समाप्त होने वाला है और सरकार वायु प्रदूषण पर एक मिनट भी चर्चा करने में असमर्थ है। क्या यह आम लोगों का मुद्दा नहीं है। आज दिल्ली-एनसीआर में रहना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी और पर्यावरण मंत्री को राष्ट्रीय राजधानी की इस दयनीय स्थिति की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।”
जेपीसी को भेजे शांति विधेयक- मनीष तिवारी
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि परमाणु शांति विधेयक को संसद द्वारा संयुक्त कार्य समिति के पास भेजा जाना चाहिए, क्योंकि इसमें कई अस्पष्ट धाराएं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को विधेयक के संबंध में नियामक की भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए।
सिर्फ नाम बदलकर किसी और चीज का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे – अफजाल अंसारी
समाजवादी पार्टी के सांसद अफजल अंसारी ने कहा, “जब प्रधानमंत्री मोदी की सरकार सत्ता में आई, तो उन्होंने शुरू में इस योजना का मजाक उड़ाया। वे नहीं चाहते कि यह योजना जारी रहे। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि महात्मा गांधी के नाम से जुड़ी मनरेगा योजना का नाम बदला जा रहा है। आप खुद कुछ नहीं कर पा रहे हैं, आप सिर्फ नाम बदलकर किसी और चीज का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। निश्चित रूप से, गरीबों को सीधे रोजगार प्रदान करने वाली इस योजना को बंद करने, कमजोर करने और नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।”
कांग्रेस सांसद ने शांति विधेयक का विरोध किया
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने परमाणु ऊर्जा से संबंधित शांति विधेयक का विरोध किया। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन पर भारत के परमाणु ऊर्जा लक्ष्यों के पूर्व कथित विरोध का आरोप लगाते हुए उसकी आलोचना भी की।
उम्मीद है कि बहस योजना में सुधार पर केंद्रित होगी- टीडीपी सांसद
विपक्ष द्वारा ‘वीबी-जी राम जी’ विधेयक पर किए जा रहे विरोध पर टीडीपी सांसद लावु श्री कृष्ण देवरायलु ने कहा, “उम्मीद है कि बहस योजना में सुधार पर केंद्रित होगी।”
पृथ्वीराज चव्हाण की टिप्पणी गैरजिम्मेदाराना- अरुण गोविल
भाजपा सांसद अरुण गोविल ने पृथ्वीराज चव्हाण के बयान पर कहा, “अभी-अभी यह बात सामने आई है कि पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले ही दिन सेना को हार का सामना करना पड़ा था। इससे अधिक बेतुका या झूठा बयान हो ही नहीं सकता। इस बयान पर मुझे और कुछ नहीं कहना है। यह बेहद गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी है। लोग बिना सोचे-समझे जो मन में आता है बोल देते हैं, सिर्फ इसलिए कि उनका नाम प्रकाशित होगा, उनका नाम खबरों में आएगा, लोग उन्हें फिर से याद करेंगे।”
इन बदलावों से देश के हर मजदूर को फायदा होगा- बीजेपी सांसद
भाजपा सांसद मनीष जायसवाल ने कहा, “कांग्रेस का सिर्फ एक ही काम है, विरोध करना। सरकार पहले 100 दिन के रोजगार की गारंटी देती थी, लेकिन अब यह 125 दिन होगी, लेकिन कांग्रेस इसे नहीं समझ रही है। बापू के अंतिम शब्द भी ‘श्री राम’ थे और उनकी आवाज को अब विधेयक में शामिल किया जा रहा है, नाम परिवर्तन सही है और इन बदलावों से देश के हर मजदूर को फायदा होगा।”
सारे मसखरे चुनाव आयोग में बैठे हैं- कल्याण बनर्जी
‘एसआईआर’ पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, “मेरे एक पार्षद को भी मृत घोषित कर दिया गया है। किसी जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित करना गलत है। चुनाव आयोग पूरी बात का मजाक बना रहा है। क्या बंगाल में एक भी घुसपैठिया मिला? भाजपा सिर्फ चुनाव जीतने के लिए हंगामा कर रही है, लेकिन यह बहुत बुरा है। सारे मसखरे चुनाव आयोग में बैठे हैं।”
मनरेगा पर क्या बोलीं प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “उन्हें (भाजपा को) उन सभी लोगों से आपत्ति है जिन्होंने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और देश के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनसे पूछा जाना चाहिए कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में जो कुछ भी घोषित किया था, वह सब सच हुआ? न केवल नाम बदला जा रहा है, बल्कि कानूनों को इस तरह से बदला जा रहा है जो गरीबों और रोजगार के खिलाफ हैं। केंद्र सरकार राज्य सरकारों को जिम्मेदारी सौंपकर पूरे अधिनियम को खत्म करने की कोशिश कर रही है।”
यह देश महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलता है- इकरा हसन
समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने कहा, “यह देश महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलता है। आज उनका नाम मनरेगा से हटाया जा रहा है। यह देश कभी सावरकर का नहीं होगा। यह देश महात्मा गांधी का था और हमेशा रहेगा।”
क्या कांग्रेस के पास विरोध प्रदर्शन करने के लिए भी लोग हैं- रवनीत सिंह बिट्टू
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने केंद्र सरकार की मनरेगा योजना का नाम बदलने की योजना के खिलाफ कांग्रेस द्वारा किए जाने वाले राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन पर कहा, “क्या उनके (कांग्रेस के) पास विरोध प्रदर्शन करने के लिए लोग भी हैं? वे तो हर चीज का नाम इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के नाम पर रखना चाहते हैं।”
विपक्षी सांसदों ने किया प्रदर्शन
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई।
आरएसएस और भाजपा महात्मा गांधी को नापसंद करते हैं- कर्नाटक के मंत्री
मनरेगा के नाम में बदलाव के मुद्दे पर कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, “यह सर्वविदित तथ्य है कि आरएसएस और भाजपा महात्मा गांधी को नापसंद करते हैं, जो उनके कार्यों में झलकता है। यह एक सफल रोजगार सृजन कार्यक्रम था, जिसे विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है।”
सेना का अपमान करना कांग्रेस की आदत
कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “सशस्त्र बलों की वीरता का अपमान करने का किसी को अधिकार नहीं है। ऐसा करने वाले कभी भी राष्ट्रहित के बारे में नहीं सोच सकते। सशस्त्र बलों का अपमान करना कांग्रेस की आदत बन गई है।”
ये लोग कभी देश के प्रति प्रेम नहीं दिखाते- बीजेपी सांसद
बीजेपी सांसद अनुराग शर्मा ने पृथ्वीराज चव्हाण के बयान पर कहा, “पूरा देश, हर कोई जानता है कि स्थिति क्या थी और भारत ने कितनी कड़ी प्रतिक्रिया दी। यह कांग्रेस की आदत रही है; भारतीयों, हमारी सशस्त्र सेनाओं के खिलाफ एक नैरेटिव गढ़ना उनके डीएनए में है। उनका नैरेटिव पाकिस्तान में बैठे उनके आकाओं द्वारा लिखा और भेजा गया प्रतीत होता है और वे उसी नैरेटिव को आगे बढ़ाते रहते हैं। ये लोग कभी देश के प्रति प्रेम नहीं दिखाते।”
महात्मा गांधी का नाम हटाकर उसकी जगह ‘ग्राम जी’ रखना क्यों जरूरी था- राम गोपाल यादव
राम गोपाल यादव ने कहा, “महात्मा गांधी का नाम हटाकर उसकी जगह ‘ग्राम जी’ रखना क्यों जरूरी था? यहां तक कि जब गांधी जी को गोली मारी गई थी, तब भी उनके आखिरी शब्द ‘हे राम’ थे। जब हम गांधी जी के बारे में पढ़ते हैं या एमए या बीए की कक्षाओं में उनके बारे में पढ़ाते हैं, तो एक सवाल पूछा जाता था कि गांधी जी ने ‘धर्म का उदारीकरण किया और राजनीति को आध्यात्मिक बनाया’, उन्होंने धर्म को अधिक समावेशी बनाया और राजनीति में आध्यात्मिकता को शामिल किया। इस देश में उनसे बेहतर कोई पैदा नहीं हुआ है, न ही कोई होगा। फिर भी, अगर भाजपा उनके नाम से चिढ़ती है, तो यह आश्चर्यजनक है और आलोचना के योग्य है।”
कर्नाटक कांग्रेस ने किया विरोध प्रदर्शन
कर्नाटक कांग्रेस नेताओं ने बेलगावी में मनरेगा का नाम बदलकर वीबी-जी राम जी करने के विरोध में प्रदर्शन किया।
