Winter Session of Parliament 2022: संसद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सरकार से तवांग क्लैश (Tawang Clash) पर चर्चा की मांग कर डाली और हंगामा भी किया। कांग्रेस (Congress) ने राज्यसभा (Rajya Sabha) में तवांग क्लैश पर सदन में चर्चा के लिए नोटिस दिया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार चीन पर चर्चा ही नहीं करना चाहती। वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया। जयशंकर की आपत्ति राहुल गांधी के उस बयान को लेकर भी थी जिसमें उन्होंने कहा था कि जवानों की पिटाई हुई।

हमें सेना के जवानों की आलोचना नहीं करना चाहिए- एस जयशंकर

विपक्ष के आरोपों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) ने कहा, “अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे तो भारतीय सेना को सीमा पर किसने भेजा? अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे तो आज चीन पर डी-एस्केलेशन और डिसइंगेजमेंट के लिए दबाव क्यों बना रहे हैं? हम सार्वजनिक रूप से क्यों कह रहे हैं कि हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं? हमें प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपने जवानों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। हमारे जवान यांग्त्से में 13 हजार फीट की ऊंचाई पर खड़े होकर हमारी सीमा की रखवाली कर रहे हैं। उनका सम्मान और सराहना की जानी चाहिए।”

राहुल के बयान पर जयशंकर का पलटवार

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान पर जयशंकर ने कहा, “हमें राजनीतिक आलोचना से कोई समस्या नहीं है लेकिन हमें अपने जवानों का अपमान नहीं करना चाहिए। मैंने सुना है कि मेरी अपनी समझ को और गहरा करने की जरूरत है। जब मैं देखता हूं कि कौन सलाह दे रहा है तो मैं केवल झुक सकता हूं और सम्मान कर सकता हूं। हमारे जवानों के लिए ‘पिटाई’ शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।”

China हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा- मल्लिकार्जुन खड़गे

मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने राज्यसभा में कहा, “वे (चीन) हमारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। इस मुद्दे पर हम चर्चा नहीं करेंगे तो और क्या चर्चा करेंगे? हम सदन में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं।” वहीं भारत-चीन सीमा संघर्ष पर चर्चा करने के उनके नोटिस को अस्वीकार किए जाने के कारण संयुक्त विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट किया।

पीएम ने देश को गुमराह किया- AIMIM प्रमुख

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “पीएम ने यह कहकर देश को गुमराह किया कि हमारे क्षेत्र में कोई नहीं आया है। ऐसी सैटेलाइट तस्वीरें हैं जो दिखाती हैं कि चीनी सैनिकों ने डेपसांग और डेमचोक पर कब्जा कर लिया है। वे हमारी जमीन हड़पना जारी रखेंगे फिर भी उनके साथ व्यापार असंतुलन जारी रहेगा? सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए या संसद में बहस करनी चाहिए और हमें बताना चाहिए कि वे चीन पर क्या निर्णय ले रहे हैं। यदि सरकार राजनीतिक नेतृत्व दिखाती है तो पूरा देश उनका समर्थन करेगा। सेना बहुत शक्तिशाली है लेकिन सरकार बहुत कमजोर है और चीन से डरती है।”

कांग्रेस ने राज्यसभा में दिया Suspension of Business Notice

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी Congress Rajyasabha MP Pramod Tiwari) और रंजीत रंजन ने चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस (Suspension of Business Notice under Rule 267) दिया है। वहीं लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Congress MP Manish Tewari) ने चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस (Adjournment Motion Notice) दिया।

Kashmiri Pandits पर चर्चा करे सरकार- कांग्रेस

वहीं लोकसभा में कांग्रेस ने कश्मीरी पंडितों का भी मुद्दा उठाया। विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “आज कश्मीरी पंडित कश्मीर छोड़ रहे हैं। आतंकी कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाने के लिए उनके नामों की लिस्ट तैयार कर रहे हैं। ऐसे में सदन में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए।”

9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई थी झड़प

बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में 9 दिसंबर 2022 की सुबह लगभग 3 बजे पूर्वी तवांग में यांग्त्से में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। सैन्य सूत्रों के अनुसार उस रात लगभग 300 चीनी सैनिक भारतीय सीमा में आ गए। जिसके बाद भारतीय सैनिकों ने उन्हें पीछे खदेड़ दिया।