दिल्ली सेवा विधेयक लोकसभा में पारित होने के कुछ दिनों बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज इसे राज्यसभा में पेश करेंगे। लोकसभा में बिल पास हो गया है ऐसे में विपक्ष बिल को राज्यसभा में चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
आम आदमी पार्टी ने अपने तीनों सांसदों को 7-8 अगस्त को सदन में मौजूद रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। व्हिप में लिखा है, “राज्यसभा में आम आदमी पार्टी (आप) के सभी सदस्यों से अनुरोध है कि वे 7 अगस्त से 8 अगस्त, 2023 तक सदन के स्थगन तक सुबह 11 बजे से सदन में उपस्थित रहें और पार्टी के रुख का समर्थन करें।”
राज्यसभा में कुल 245 सीटें हैं जिनमें से 8 सीटें फिलहाल खाली हैं। इसके साथ अब सीटों की कुल संख्या 237 हो गई है और राज्यसभा में विधेयक को पारित करने के लिए बहुमत का आंकड़ा 119 होगा। दूसरी ओर कांग्रेस सहित AAP को समर्थन देने वाले सभी दलों के सदस्यों की कुल संख्या 105 है। ऐसे में राज्यसभा में बिल पास होने में सरकार को ज़्यादा दिक्कत नहीं आने वाली है।
क्या है सीटों का गणित? किसका पलड़ा है भारी
दिल्ली सेवा बिल को लेकर आम आदमी पार्टी ने तमाम विपक्षी पार्टियों से मिलकर समर्थन जुटाया है। कांग्रेस ने शुरुआत में दिलचस्पी नहीं दिखाकर आखिर में आप का साथ देने का फैसला लिया था। INDIA गठबंधन ने NDA को चुनौती देने के लिए पूरी योजना बनाई है। लेकिन संख्या बल अभी भी NDA के मुकाबले कमजोर ही दिखाई देता है। लोकसभा में बिल पास हो गया है। ऐसे में अब राज्यसभा की ओर रुख करना होगा। यहां आंकड़े क्या कहते हैं, आइए समझते हैं।
राज्यसभा में बीजेपी के 92 सांसद हैं और NDA गठबंधन में शामिल AIDMK के 4 और असम गण परिषद, मिजो नेशनल फ्रंट, एनपीपी, पीएमके, आरपीआई (ए), टीएमसी (एम) और यूपीपीएल के 1-1 सांसदों को मिलाकर यह आंकड़ा 103 तक पहुंच जाता है। BJP को उम्मीद है कि 1 निर्दलीय और 5 मनोनीत सांसदों को समर्थन भी पार्टी को ही मिलने वाला है।
YSR, BJD भी इस बिल का समर्थन कर रहे हैं। बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस के राज्यसभा में 9-9 सांसद हैं। तकरीबन NDA के समर्थन में मौजूद सांसदों की संख्या 128 के आंकड़े तक पहुंचने की उम्मीद है, बिल पास करवाने के लिए संख्या चाहिए 119, तो सरकार के लिए यह बहुत ज़्यादा मुश्किल नहीं दिखाई दे रहा है।
दूसरी तरफ बात करें ‘INDIA’ गठबंधन की तो इनके पास कुल 109 सांसद हैं जो BRS को मिलाकर हैं। कांग्रेस के पास 31 सांसद हैं, आम आदमी पार्टी के पास 10 और DMK के पास 10 सदस्य हैं। टीएमसी के पास 13 और आरजेडी के पास 6 सदस्य हैं। सीपीआई(एम) और जेडीयू के पास 5-5 सदस्य हैं.। एनसीपी के पास चार और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पास तीन सांसद हैं।