लोकसभा में हुई ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में पीएम नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने सभी सवालों का जवाब दिया। हालांकि नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने भाषण के दौरान स्पष्ट नहीं कहा कि डोनाल्ड ट्रंप झूठ बोल रहे हैं और पीएम मोदी ने एक भी बार चीन का नाम नहीं लिया।कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में कहा, ‘हम यहां पाकिस्तान की निंदा करते हैं, लेकिन आपके दोस्त उनके भोज में शामिल होते हैं और उन्हें गले लगाते हैं। आप खुद गलतियां करते हैं और फिर हम पर उंगली उठाते हैं। पहलगाम हमले से 3 दिन पहले प्रधानमंत्री ने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया – क्या सरकार को पहले से पता था।’ खड़गे ने आगे कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने खुद सार्वजनिक रूप से कहा है कि ‘पहलगाम में सुरक्षा चूक हुई थी और वह इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेते हैं।’ लेकिन असली जवाबदेही उपराज्यपाल की नहीं, गृह मंत्री की है। कांग्रेस की विरासत पर ये सरकार और कितने दिन चलेगी? हमने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए। तुम सब पहाड़ खोदोगे, तो चूहा ही मिलेगा।’
राहुल गांधी ने फिर की सरेंडर की बात
कांग्रेस नेता ने राहुल गांधी ने कहा कि कल सैम मानेकशॉ को कोट किया गया। इंदिरा जी से सैम मॉनेकशॉ ने कहा कि हम अभी ऑपरेशन नहीं कर सकते। हमें छह महीने का समय चाहिए, गर्मियों में करेंगे। इंदिरा जी ने पूरा समय दिया था। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने सदन में कहा कि हमने 1.35 पर पाकिस्तान को यह बताया कि हमने आतंकी ठिकानों पर हमला किया है। यह एस्केलेटरी नहीं थी। अब कोई एस्केलेशन नहीं होना चाहिए। आपने 30 मिनट में ही पाकिस्तान के सामने सरेंडर कर दिया। यह बता दिया कि आपके पास लड़ने की इच्छाशक्ति नहीं है. सरकार ने पायलट्स के हाथ-पांव बांध दिए।
राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में की ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की शुरुआत: ऑपरेशन सिंदूर पर राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की है। उन्होंने कहा, ‘राजनाथ सिंह ने कहा, ‘आतंकियों ने भारत को एक soft state समझ रखा था। उनके लिए भारत पर आतंकवादी हमला करना एक तरह से low cost और high return का मामला बन गया था। दो-चार उनके नौसिखिए रंगरूट आते थे और हमारे नागरिकों को हताहत करके चले जाते थे। पहले की सरकारें चुपचाप यह तमाशा देखती जा रही थीं, इसलिए आतंकियों को लगा, कि भारत एक soft state बन चुका है।’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की कहानी ऐसी ही है, वह हमेशा किसी न किसी बाहरी शक्ति के दबाव में आता रहता है। आज पाकिस्तान की पीठ पर एक नहीं, अनेक बेताल बैठे हुए हैं, जो उसे प्रगति की राह पर जाने ही नहीं दे रहे। भारत चाहता है, कि आतंकवाद पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया से खत्म हो, क्योंकि यह पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चुनौती है।’
प्रियंका गांधी ने शुभम द्विवेदी का उदाहरण दिया: कांग्रेस महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि ये लोग (टूरिस्ट्स) बैसरन में क्या कर रहे थे। आजकल पब्लिसिटी का दौर है। कुछ समय से सरकार ये प्रचार कर रही थी कि कश्मीर में आतंकवाद खत्म हो गया। कांग्रेस नेता ने शुभम द्विवेदी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि शुभम पत्नी के साथ स्टॉल पर खड़े थे। उसी वक्त आतंकी जंगल से निकलकर आते हैं और पत्नी के सामने शुभम के सामने मार डालते हैं। किसी बेटे को पिता के सामने मार डालते हैं। आतंकी चुन-चुनकर 26 लोगों को मार डालते हैं। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘वहां (बैसरन घाटी, पहलगाम) एक भी सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं था? क्या नागरिकों की सुरक्षा प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी नहीं है।’
अखिलेश यादव ने किए सवाल: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान सपा सांसद अखिलेश यादव ने सरकार से सवाल करते हुए कहा, ‘आखिर ऐसी क्या वजह थी कि सरकार को युद्धविराम की घोषणा करनी पड़ी? हमें तो उम्मीद थी कि सरकार खुद ही इसकी घोषणा कर देगी। लेकिन चूंकि उनकी गहरी दोस्ती है, इसलिए सरकार ने अपने दोस्त से ही युद्धविराम की घोषणा करने को कहा। सबसे बड़ा सवाल यह है कि सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी कौन लेगा। जो सरकार दावा करती है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद कोई आतंकवादी घटना नहीं होगी।’
अमित शाह ने लोकसभा में क्या कहा: केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘निर्दोष नागरिकों को उनके परिवारों के सामने उनका धर्म पूछकर मार दिया गया। मैं इस बर्बर कृत्य की निंदा करता हूं। मैं उन परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।’ अमित शाह ने कहा कि हमने पहलगाम के आतंकियों को मार गिराया है। इतना ही नहीं शाह ने कहा, ‘कल के ऑपरेशन में तीनों आतंकवादी – सुलेमान, अफगान और जिबरान मारे गए। जो लोग उन्हें खाना पहुंचाते थे, उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया गया था। जब इन आतंकवादियों के शव श्रीनगर लाए गए, तो हमारी एजेंसियों द्वारा हिरासत में रखे गए लोगों ने उनकी पहचान की।’
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क्या था ऑपरेशन सिंदूर: 22 अप्रैल को पहलगाम मे हुए हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। भारत ने इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया। इंडियन आर्मी ने बताया कि भारत ने उन आतंकी ढांचों को निशाना बनाया जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और उन्हें अंजाम दिया गया। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके भी शामिल हैं। ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े हर एक सवाल का जवाब यहां पढ़ें…
ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में 16 घंटे की चर्चा होने की संभावना है। चर्चा से जुड़े तमाम बड़े अपडेट्स पढ़ने के लिए बने रहिये जनसत्ता डॉट कॉम के साथ…
लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “कल के ऑपरेशन में तीनों आतंकवादी – सुलेमान, अफगान और जिबरान मारे गए। जो लोग उन्हें खाना पहुंचाते थे, उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया गया था। जब इन आतंकवादियों के शव श्रीनगर लाए गए, तो हमारी एजेंसियों द्वारा हिरासत में रखे गए लोगों ने उनकी पहचान की।”
ऑपरेशन महादेव पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “ऑपरेशन महादेव में सुलेमान उर्फ फैजल, अफगान और जिबरान, ये तीनों आतंकवादी भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में मारे गए। सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा का ए-श्रेणी का कमांडर था। अफगान लश्कर-ए-तैयबा का ए-श्रेणी का आतंकवादी था। और जिबरान भी ए-ग्रेड का आतंकवादी था। बैसरन घाटी में हमारे नागरिकों की हत्या करने वाले तीनों आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया है।”
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘निर्दोष नागरिकों को उनके परिवारों के सामने उनका धर्म पूछकर मार दिया गया। मैं इस बर्बर कृत्य की निंदा करता हूं। मैं उन परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।’
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि जब भी देश में कोई आतंकवादी घटना होती है, कांग्रेस पार्टी हमेशा पाकिस्तान की भाषा बोलती है, जब हम दुनिया के सामने पाकिस्तान की असलियत उजागर कर रहे हैं, तो पाकिस्तान का समर्थन करना कांग्रेस की रणनीति बन गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संसद पहुंचे। आज दोपहर 12 बजे लोकसभा को संबोधित करेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आज लोकसभा को संबोधित करने पर कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने कहा, “उन्हें बोलने दीजिए। हम इंतजार कर रहे हैं कि वह क्या कहेंगे और कैसे विषय को घुमाएंगे। वह झूठ बोलेंगे, जैसा कि वह करने के आदी हैं… वे क्या कहेंगे? वे कांग्रेस को पीटेंगे, या वे कभी अपनी कमजोरियों और कमियों के बारे में बताएंगे? अगर हम कोई सवाल पूछते हैं, तो हम देशद्रोही हो जाते हैं। किरेन रिजिजू हमें समझाते हैं कि हमें अपने शब्दों से पाकिस्तान को मजबूत नहीं करना चाहिए। उन्होंने उन्हें गले लगाया, वहां (पाकिस्तान) गए, उनकी मां को शॉल भेंट की, केक और बिरयानी खाई और क्या नहीं। यह हम नहीं हैं जो गए। आपको याद रखना चाहिए कि कौन गया।”
ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में बहस के दौरान कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा, “विदेश मंत्री को खुद को ऑपरेशन सिंदूर और उसके कूटनीतिक नतीजों तक ही सीमित रखना चाहिए था। भाजपा के साथ समस्या यह है कि वे हमेशा पीछे मुड़कर देखते हैं; वे आगे नहीं देखते। वे हमेशा अतीत में घटी घटनाओं को तोड़-मरोड़ कर पेश करने में लगे रहते हैं। उन्हें इस समय जो हो रहा है उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।” मनीष तिवारी के ट्वीट पर उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या कहा है। पार्टी विभिन्न प्रस्तावों पर जिसे चाहे बोलने के लिए स्वतंत्र है।”
कांग्रेस सांसद हिबी ईडन कहते हैं, “हम संसद के पहले दिन से ही लगातार इस (SIR) मुद्दे को उठा रहे हैं। हमारा मुद्दा सिंदूर और SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) पर चर्चा करना था। सिंदूर पर चर्चा हुई, लेकिन SIR पर अभी भी विचार नहीं किया गया है। हमें भारतीय चुनाव आयोग और मतदाता सूची की पारदर्शिता को लेकर वास्तविक चिंता है। हमें चुनाव आयोग पर भरोसा है, जिसे अब नष्ट किया जा रहा है। हम चाहते हैं कि सरकार SIR पर चर्चा कराए। ताकि इस अलोकतांत्रिक प्रक्रिया को खत्म किया जा सके।”
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, “विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। जनता को गुमराह करने और हमारे सैनिकों का अपमान करने के लिए, वे षड्यंत्र के सिद्धांत बना रहे हैं और घटना (पहलगाम आतंकी हमला) को असंवेदनशील बना रहे हैं। पूरा देश यह देख रहा है। वे (विपक्ष) देश की जनता की नज़रों से गिर चुके हैं।”
विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित हो गई है।
बिहार में चल रहे SIR मुद्दे पर JMM सांसद महुआ माजी ने कहा, “बिहार के कई मजदूर देश भर में फैले हुए हैं। कई बार ऐसा होता है कि उनके पास दस्तावेज़ नहीं होते और ऐसे में अगर हम उन्हें बिना उनकी मौजूदगी के वोटर लिस्ट से हटा दें, तो क्या वे इस देश के नागरिक नहीं रहेंगे? इसलिए हम मांग कर रहे हैं कि उन लोगों को और समय दिया जाए, और उसके बाद ही सूची प्रकाशित की जाए।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दोपहर करीब 2 बजे राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर पर समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने कहा, “वे सवालों से भागने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया और मेंढक और शेर के बारे में बात करते रहे। अगर उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से बात नहीं की, तो क्या डोनाल्ड ट्रंप महाभारत के संजय हैं जो खुद ही सब कुछ जानते थे।’
संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, “हम चाहते हैं कि चर्चा जारी रहे, लेकिन सरकार चर्चा को रोकने की कोशिश कर रही है। वे सवालों के जवाब नहीं दे रहे थे; वे बस गोल-मोल बातें कर रहे थे। उन्हें कांग्रेस पार्टी के सवालों का जवाब देना चाहिए।”
बिहार में SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) मुद्दे के खिलाफ विपक्ष ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “पूरा देश चाहता है कि पहलगाम हमले के दोषियों को सज़ा मिले। देश के 140 करोड़ लोगों का एक ही सवाल है – इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है? क्या प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री? कई सवाल उठ रहे हैं। हम चाहते हैं कि मोदी जी इन सवालों का जवाब दें।”
शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, “राजनाथ सिंह ने कल लोकसभा में कहा कि हमारा इरादा पीओके लेने का नहीं था। यह बहुत गंभीर बात है। भाजपा ने पहले भी बार-बार कहा है कि वह पीओके लेगी। यह स्पष्ट है कि यह सरकार पाकिस्तान से लड़ना नहीं चाहती; वे ‘अखंड भारत’ नहीं बनाना चाहते और पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्र को वापस नहीं लेना चाहते। इस बयान की निंदा की जानी चाहिए।”
निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में हुई बहस पर बोलते हुए, उन्होंने कहा, “देश के विदेश मंत्री पहले एक कद्दावर नेता हुआ करते थे; लेकिन वर्तमान विदेश मंत्री गैर-राजनीतिक हैं। वे लोकतांत्रिक नहीं हैं। आज़ाद भारत में पहली बार रूस ने भारत का समर्थन नहीं किया है। इज़राइल को छोड़कर किसी ने भी भारत का समर्थन नहीं किया। विदेश मंत्री के पास भारत के लिए कोई विजन नहीं है। उनके पास भाजपा और आरएसएस का विज़न है।”
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर एक सफल मिशन था। आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया… हमारे सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। राजनाथ सिंह एक सम्मानित रक्षा मंत्री हैं। वह देश को भी बता सकते थे कि क्या हुआ। हर सवाल विपक्ष की ओर से नहीं आता। कुछ जवाब देना उनकी ज़िम्मेदारी है। मैं स्वागत करती हूं कि देश की जनता के बीच विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। सत्ता पक्ष इसका जवाब देगा। आज चर्चा होगी। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री दोनों सदनों में शामिल होंगे।”
लोकसभा में मंगलवार को भी ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी रहेगी। मंगलवार दोपहर 12 बजे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में बोलेंगे।
लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण पर जेएमएम सांसद महुआ मांझी ने कहा, “सीजफायर पर आधिकारिक बयान आना चाहिए था। पीएम मोदी को इस बारे में बयान देना चाहिए था या ट्वीट करना चाहिए था तब विपक्ष ऐसे मुद्दे नहीं उठाता। आखिर आप जनता को जवाब देने से क्यों कतरा रहे हैं?”
लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण पर जेएमएम सांसद महुआ मांझी ने कहा, “इस सीजफायर पर आधिकारिक बयान आना चाहिए था। पीएम मोदी को इस बारे में बयान देना चाहिए था या ट्वीट करना चाहिए था, तब विपक्ष ऐसे मुद्दे नहीं उठाता। आखिर आप जनता को जवाब देने से क्यों कतरा रहे हैं?”
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पाकिस्तान के सेना प्रमुख को आमंत्रित करते हैं और उनके साथ भोजन करते हैं, जिनके भाषण से हमारे लोग मारे गए। व्हाइट हाउस में बैठा एक ‘गोरा’ भारत के युद्धविराम की घोषणा करेगा? क्या यही आपका राष्ट्रवाद है?”
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान NCP (SP) सांसद सुप्रिया सुले ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए एक पीड़ित की बेटी के साथ हुई बातचीत को याद किया। सांसद सुले ने कहा कि पहलगाम हमले में अपने पिता को खोने वाली असावरी जगदाले मुझसे पूछती रहती हैं कि उनके पिता को न्याय कब मिलेगा? मेरे पिता को मारने वाले आतंकवादियों को कब सज़ा मिलेगी?
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “क्या आपकी अंतरात्मा आपको बैसारन में मारे गए लोगों के परिवार वालों से भारत और पाकिस्तान का क्रिकेट मैच देखने के लिए कहने की इजाज़त देती है?… हम पाकिस्तान का 80% पानी रोक रहे हैं, ये कहते हुए कि पानी और खून साथ-साथ नहीं बहेंगे। क्या आप क्रिकेट मैच खेलेंगे? मेरी अंतरात्मा मुझे वो मैच देखने की इजाज़त नहीं देती। क्या इस सरकार में इतनी हिम्मत है कि वो 25 मृतकों को बुलाकर कहे कि हमने ऑपरेशन सिंदूर में बदला ले लिया है, अब आप पाकिस्तान के साथ मैच देखिए। ये बहुत अफ़सोस की बात है… पहलगाम किसने किया? हमारे पास 7.5 लाख सेना और केंद्रीय अर्धसैनिक बल हैं। ये चार चूहे कहाँ से घुस आए और हमारे भारतीय नागरिकों को मार डाला? जवाबदेही किस पर तय होगी?…”
भाजपा सांसद शशांक मणि ने कहा, “रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है। जब भी कोई हमें चुनौती देने की हिम्मत करेगा, हम उसके खिलाफ कार्रवाई करते रहेंगे। इसी के तहत आज ऑपरेशन महादेव एक महत्वपूर्ण संकेत है… जिन्होंने पहलगाम में निर्दोष लोगों की जान ली, हमने आज उनका सफाया कर दिया। इसके लिए मैं सशस्त्र बलों को धन्यवाद देना चाहता हूं…”
लोकसभा में बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सेना ने बहादुरी से जवाब दिया, हमें सेना के शौर्य पर गर्व है। उन्होंने कहा कि पाक की करतूत सब जानते हैं। पाकिस्तान के साथ मैच क्यों? जमीर गंवारा नहीं करता कि भारत-पाक मैच देखूँ।
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “आज सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी थी लेकिन कांग्रेस के नेताओं में होड़ मची रही कि पाकिस्तान का सबसे करीबी दोस्त और सबसे प्यारा कौन बनकर सामने आए। कल एक पूर्व गृह मंत्री ने जो इंटरव्यू दिया था, उसमें उन्होंने कहा था- अगर इसमें पाकिस्तान का हाथ नहीं है, तो आप कैसे कह सकते हैं कि आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे?… कभी वे इसे हिंदू आतंकवाद कहते हैं, कभी वे पाकिस्तान का बचाव करने आ जाते हैं। आज कांग्रेस पार्टी में पाकिस्तान के इतने बड़े पैरोकार हैं कि बाद में पाकिस्तान अपना बचाव करता है, और कांग्रेस के नेता उनका बचाव करने आ जाते हैं। पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी सरकार लश्कर-ए-राहुल के भाइयों को अपने पक्ष में इस्तेमाल कर रही है… हालाँकि यह कांग्रेस है, लेकिन उनके बयानों और कार्यों से ऐसा लगता है कि यह इस्लामाबाद नेशनल कांग्रेस बन गई है।”
ऑपरेशन महादेव पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “उन्होंने (पहलगाम आतंकवादी हमले में शामिल) आतंकवादियों को एक घंटे में कैसे मार गिराया? ये आतंकवादी कौन थे? हमने सुबह यह सवाल उठाया और उन्होंने दोपहर तक उन्हें मार गिराया? अगर उन्होंने वहाँ इतनी ही जल्दी दिखाई होती, तो हम पीओके पर कब्ज़ा कर लेते। जब हम पीओके पर कब्ज़ा करने ही वाले थे, तो हमने आत्मसमर्पण कर दिया।” वह आगे कहते हैं, “पाकिस्तान आतंकवादियों को पाल रहा है और आप उनके साथ क्रिकेट खेल रहे हैं?”
