उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का जींस को लेकर दिया गया बयान विवादों में है। उन्होंने कहा था कि औरतों को फटी हुई जीन्स में देखकर हैरानी होती है। इसी मुद्दे पर जब एक टीवी डिबेट के दौरान एंकर ने पूछा कि महिलाओं का चीरहरण क्यों किया जा रहा है। तो डिबेट में मौजूद स्वामी चक्रपाणि महाराज भड़क गए और कहने लगे कि पुरुषों ने भी त्याग किए हैं।

दरअसल एबीपी न्यूज चैनल पर आयोजित एक डिबेट शो में एंकर रोमाना ईशार खान ने स्वामी चक्रपाणि महाराज से सवाल पूछते हुआ कहा कि महिलाओं को हमेशा कठघरे में खड़े क्यों किया जाना चाहिए, उनपर पाबंदियां क्यों लगनी चाहिए और उनका चीरहरण क्यों किया जाना चाहिए। एंकर के इस सवाल से चक्रपाणि महाराज भड़क गए और कहने लगे कि किस पुरुषों की बात कर रहे हैं आप जिन पुरुषों पर सवाल उठा रहे हैं, उन्होंने तो महिलाओं के लिए युद्ध लड़ लिया। पुरुषों ने महिलाओं के लिए बलिदान और उनके लिए त्याग किया लेकिन आप उनपर ही सवाल खड़े कर रहे हैं।

चक्रपाणि महाराज के इस जवाब पर एंकर ने कहा कि हम कलयुग में जी रहे हैं और आप इसी युग के पुरुषों का उदाहरण देंगे तो अच्छा रहेगा। इसी युग के पुरुषों ने संविधान का शपथ लेने के बाद जिसत रह की बयानबाजी की है मैं उनकी बात कर रही हूं। वहीं डिबेट में मौजूद रहीं कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि ये लोग महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार पर नहीं बोलते हैं लेकिन उनकी फटी जींस पर सवाल उठाते हैं। यहां तक कि हमेशा जिन महिलाओं के साथ अत्याचार हुए तो उनके चरित्र पर ही सवाल उठाया गया।   

बता दें कि पिछले दिनों उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि औरतों को फटी हुई जीन्स में देखकर हैरानी होती है। उनके मन में ये सवाल उठता है कि इससे समाज में क्या संदेश जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा था कि आजकल के बच्चे बाजार में घुटनों पर फटी जींस खरीदने जाते हैं और अगर फटी न मिले तो उसे कैंची से काट लेते हैं।

इसके अलावा तीरथ सिंह रावत ने इस संबंध में एक उदाहरण देते हुए कहा था कि एक बार जब वह हवाई जहाज में बैठे तो उनके साथ एक महिला बैठी थीं जो गम बूट पहने हुई थीं, उनकी जींस घुटनों पर फटी थीं, हाथों में कई कडे थे और उनके साथ दो बच्चे भी थे। रावत ने कहा कि वह महिला एनजीओ चलाती है जो समाज के बीच में जाती हैं और स्वयं उनके दो बच्चे हैं लेकिन घुटने फटे हुए हैं तो ऐसे में वह क्या संस्कार देंगीं।