पनामा पेपर्स में सामने आए भारतीय नामों को लेकर सरकार ने बताया है कि इसकी जांच शुरू कर दी गई है। इस बारे में वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जांच दल प्रत्‍येक व्‍यक्ति और सभी खातों की जांच कर रही है। जिन भी लोगों की अवैध कंपनियां हैं उनकी रातों की नींद उड़ने वाली है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्‍ट टैक्‍सेज के चेयरमैन अतुलेश जिंदल, सीबीडीटी की जांच समिति और आरबीआई अधिकारियों की बैठक में तय किया गया कि जांच में लेनदेन की वैधता और कंपनियां खोलने के लिए रास्‍ते की कानूनी मान्‍यता की जांच की जानी चाहिए।

जेटली ने एक न्‍यूज चैनल से कहा,’अब पनामा नाम सामने आए हैं। पिछले तीन दिनों में हमने जांच समिति बनाई है। हम प्रत्‍येक खाते की जांच कर रहे हैं ताकि पता लगाया जा सके कि कौनसा वैध है और कौनसा अवैध है। जिनके वैध खाते हैं उन्‍हें चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। जबकि जिनके अवैध खाते हैं उन्‍हें अब रात में नींद नहीं आएगी। जल्‍द ही सच्‍चाई सामने आ जाएगी।’

एक सरकारी अधिकारी के अनुसार,’पैनल देखेगा कि क्‍या लेनदेन वैध था या अवैध। विदेश में निवेश करना अपराध नहीं है लेकिन इसके लिए कौनसा रास्‍ता अपनाया गया, यह जांच का विषय है।’ एक अन्‍य अधिकारी के अनुसार वित्‍त मंत्रालय इस सूची में आए नामों की लिस्‍ट बनाकर उनसे जवाब मांगेगा। जांच पैनल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर गठित किया गया है।

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