दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन पर पाकिस्तानियों को भी बोलने का मौका मिल गया है। सोशल मीडिया पर आज की घटना को लेकर पाकिस्तानी यूजर्स ने भारत के ”किसानिस्तान” बनने तक की बात भी कह दी। एक यूजर ने लिखा, ”मोदी सरकार में किसान अपने हक पाने के लिए और क्या कर सकते हैं?’ एक ने लिखा कि भारत का रवैया हमेशा से क्रूर रहा है चाहे कश्मीरियों पर हो या किसानों पर। इस बार वे किसानों का सामना कर रहे हैं।
इंटरनेट पर एक यूजर ने लिखा, ”मोदी सरकार को हिंदुओं के अलावा किसी की नहीं पड़ी है।” एक यूजर ने लिख दिया, ”हिंदुस्तान अब किसानिस्तान बनेगा।” कुछ यूजर्स ने लिखा कि ऐसा तब होता है जब आप कट्टर लोगों को नेता चुनते हैं। यह मोदी सरकार की नाकामी है। किसानों ने मोदी को उनके अंदाज में जवाब दिया है।
मालूम हो कि दिल्ली पुलिस ने किसानों की आज की परेड पर कहा कि कुछ लोगों ने तय रास्ते के हिसाब से परेड नहीं की। कई जगह पर किसानों का प्रदर्शन हिंसक हो गया। एक बयान में दिल्ली पुलिस ने कहा, “किसानों ने तय समय से पहले ही परेड शुरू कर दी थी। जिसके चलते हिंसा हुई। इस दौरान सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ, कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए।”
इस बीच गृह मंत्रालय ने दिल्ली के सिंघू,गाजीपुर,टिकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई में रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा रोक दी है। संयुक्त किसान मोर्चे ने हिंसा करने वाले तत्वों से खुद को अलग किया। आज कुछ प्रदर्शनकारी लाल किले में घुस गए और लाल किले की प्राचीर पर झंडा फहरा दिया। पुलिस बैरिकेड तोड़े और पुलिसकर्मियों से झड़प हुई। इसके चलते कुछ पुलिसवाले घायल भी हो गए।।
मालूम हो कि पुलिस ने किसानों से कहा था कि वे राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड होने के बाद दिल्ली के बाहरी रिंग रोड पर परेड कर सकते हैं। हालांकि कुछ प्रदर्शनकारी बैरिकेड तोड़ मध्य दिल्ली में घुस गए।