सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व से कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार (9 नंवबर, 2019) को औपचारिक रूप से ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे का उद्घाटन किया। इस मौके पर भारत के पूर्व बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित भारत से आए तमात अतिथियों को संबोधित करते हुए पीएम इमरान ने कहा, ‘एक साल पहले तक मैं करतारपुर के महत्व को लेकर अनभिज्ञ था।’ गुरुनानक देव ने अपने जीवन के आखिर 18 साल करतारपुर साहिब में बिताए थे। प्रधानमंत्री खान ने गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर सिख समुदाय को बधाई देते हुए कहा कि करतारपुर गलियारे का खुलना ऐतिहासिक है और यह क्षेत्रीय शांति के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता का सबूत है।

उन्होंने कहा, ‘हम मानते हैं कि क्षेत्र में खुशहाली और आने वाली पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य का रास्ता शांति में है। आज हम केवल सीमा ही नहीं खोल रहे हैं बल्कि सिख समुदाय के लिए दिल के दरवाजे भी खोल रहे हैं।’ इमरान खान ने कहा कि सौहार्द के लिए उनकी सरकार की अनोखी पहल दिखाता है कि वह गुरु नानक देव और सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करती है।

इस दौरान कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू ने भी करतारपुर कॉरिडोर उद्घाटन के मौके पर पीएम इमरान की खूब तारीफ की। उन्होंने पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की तारीफ करते हुए कहा, ‘… क्या मिलेगा मारकर किसी को जान से, मारना हो तो मार डालो एहसान से। दुश्मन मर नहीं सकता कभी नुकसान से और सर उठाकर चल नहीं सकता मरा हुआ एहसान से।’ उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने पर आलोचना करने वालों पर भी निशाना साधा। साफ कहा, ‘हां, मैंने जफ्फी डाली और आगे भी सौ बार डालूंगा। इस जफ्फी के कारण ही पाकिस्तान और डेरा बाबा नानक का रास्ता खुला।

उल्लेखनीय है कि उद्घाटन मंच पर सिद्धू का स्वागत पाकिस्तानी सांसद फैजल जावेद ने किया। उन्होंने कहा कि सिद्धू का पाकिस्तान और खातौर पर इमरान खान के प्रति स्नेह का यह प्रमाण है कि उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 9 शतक लगाए हैं मगर एक भी पाकिस्तान के खिलाफ नहीं लगाया। इस पर उन्होंने मजाकिया तौर पर सिद्धू पर तंज कसते हुए कहा, ‘पाकिस्तान के प्रति यह उनका प्रेम है।’

जानना चाहिए कि सिद्धू ने अपनी टेस्ट करियर में 9 शतक लगाए मगर एक भी शतक कट्टर प्रतिद्वंदी टीम पाकिस्तान के खिलाफ नहीं लगा पाए। साल 1989-90 में जब भारतीय टीम पाकिस्तान टीम के दौर पर गई तब सिद्धू उस टीम का हिस्सा थे और पाकिस्तान टीम के कप्तान इमरान खान थे। उन्होंने पड़ोसी देश के खिलाफ तब सात पारियां खेलीं मगर सैकड़े का आंकड़ा पर नहीं कर पाए। अपने दौरे में उन्होंने सबसे अच्छी पारी चौथे टेस्ट में 97 रनों की खेली। हालांकि सिद्धू ने पाकिस्तानी के खिलाफ पहला एक दिवसीय शतक 1989 में मारा।  (भाषा इनपुट)