पाकिस्तान के खिलाफ ईरान की एयरस्ट्राइक पर भारत का पहला बयान सामने आ गया है। भारत ने जोर देकर कहा है कि आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई को वो समझ सकता है। यहां ये समझना जरूरी है कि ईरान द्वारा पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश अल बदल को निशाना बनाया था। उसका दावा था कि इस कार्रवाई कोई भी पाकिस्तानी नागरिक नहीं मारा गया और बस आतंकी ठिकानों को खत्म किया गया।

अब उसी कार्रवाई पर भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा कहा गया कि ये समझना जरूरी है कि ये जो भी विवाद चल रहा है, ये पाकिस्तान और ईरान के बीच का है। अगर भारत के स्टैंड की बात है तो ये सभी को पता है कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति चली आ रही है। हर उस एक्शन को समझ सकते हैं जिसे आत्मरक्षा के लिए लिया जाता है। अब खुलकर तो कुछ नहीं कहा गया है,लेकिन इशारों में ही सही, भारत ने ईरान के वार को जायज माना है।

जानकारी के लिए बता दें कि जैश अल-अद्ल एक सुन्नी आतंकी संगठन है और यह पाकिस्तान में ऑपरेट करता है। जैश अल-अद्ल का गठन साल 2012 में किया गया था। ईरान इसे आतंकी संगछन मानता है। पिछले महीने इस आतंकी संगछन ने ग्यारह पुलिसवालों की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। इसके अलावा ईरान के मुताबिक इसी आतंकी संगठन ने उसके देश में भी उसी के सैनिकों को मारा है, ऐसे में ये कार्रवाई करना जरूरी था।

ईरान के मुताबिक एयरस्ट्राइक के तुरंत बाद पाकिस्तान के सभी बड़े अधिकारियों से संपर्क साधा गया था। आश्वस्त किया गया था कि हमला सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ था और किसी भी आम नागरिक को नुकसान नहीं पहुचांया गया।