पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न लगातार जारी है। ताजा मामले में एक हिंदू युवती को शादी के मंडप से उठाकर मुस्लिम युवक द्वारा उसका जबरन धर्मांतरण और शादी करने का मामला सामने आया है। इस घटना पर भारत सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

सरकार ने पाकिस्तान उच्चायुक्त को समन जारी किया है, जिसमें पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का मामला उठाया गया है> सरकार ने इस घटना की निंदा की है और पाकिस्तान सरकार से इस मामले की जांच कराकर दोषियों को सजा देने की मांग की है।

बता दें कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हला शहर में यह घटना घटी। खबर के अनुसार, हिंदू युवती भारती बाई की शादी हला शहर के ही एक हिंदू युवक से होनी थी, लेकिन शादी के दिन ही अज्ञात हमलावरों ने विवाह स्थल पर हमला कर युवती का अपहरण कर लिया।

पीड़ित युवती के पिता का आरोप है कि शाहरुख गुल नामक अपहरणकर्ता ने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर उनकी बेटी का अपहरण किया।

अपहरण के बाद हिंदू युवती भारती बाई को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया। इसके बाद आरोपी शाहरुख गुल ने शादी के दस्तावेज सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए। धर्मांतरण के बाद भारती का नाम बदलकर बुशरा कर दिया गया है। कराची की अल्लामा मुहम्मद यूसुफ बनुरी शहर स्थित जमीयत उल उलूम इस्लामिया ने भारती के धर्मांतरण के प्रमाण पत्र भी जारी किए।

बता दें कि पाकिस्तान में हाल के समय में हिंदू और सिख समुदाय की कई युवतियों के अपहरण और जबरन धर्मांतरण की घटनाएं सामने आयी हैं। इसके अलावा हाल ही में सिंध प्रांत में ही एक हिंदू मंदिर को निशाना भी बनाया गया और मंदिर में मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया।

इसके साथ ही बीते दिनों पाकिस्तान के ननकाना साहिब गुरूद्वारे में भी कट्टरपंथियों की भीड़ ने पथराव किया था। इसके साथ ही सिख समुदाय के खिलाफ भी आपत्तिजनक बातें कही गई। इस घटना की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। पाकिस्तान में कुल जनसंख्या की करीब 2 प्रतिशत आबादी हिंदुओं की है। अधिकतर हिंदू समुदाय के लोग सिंध प्रांत में हैं।

पाकिस्तान की मौजूदा इमरान खान सरकार देश में अल्पसंख्यकों के लिए बेहतर माहौल बनाने का दावा कर रही है। हालांकि इस सरकार में भी जबरन धर्मांतरण और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की घटनाएं बदस्तूर जारी हैं।