पाकिस्तान कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस देने के लिए राजी हो गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने रविवार एक ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि भारत को कुलभूषण जाधव का काउंसलर एक्सेस सोमवार को दिया गया है, जो कि विएना कन्वेंशन, काउंसलर रिलेशन्स, आईसीजे के फैसले और पाकिस्तान के कानून के मुताबिक है। बता दें कि यह पहली बार है कि पाकिस्तान ने भारत को कुलभूषण जाधव का काउंसलर एक्सेस दिया है।
बता दें कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को ईरान से गिरफ्तार किया था और जाधव पर जासूसी और आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया था। हालांकि भारत का कहना है कि कुलभूषण जाधव एक पूर्व नौसेना अधिकारी हैं, लेकिन फिलहाल वह ईरान में रहकर व्यापार कर रहे थे, जहां से पाकिस्तान की सेना द्वारा उन्हें हिरासत में लिया गया। इसके बाद अप्रैल 2017 में पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने कुलभूषण जाधव को मृत्युदंड की सजा देने का फैसला सुनाया था। भारत की तरफ से कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी के बाद काउंसलर एक्सेस दिए जाने की मांग की जा रही थी। हालांकि पाकिस्तान ने काउंसलर एक्सेस नहीं दिया।
इसके बाद भारत इस मामले को लेकर आईसीजे चला गया। जहां आईसीजे ने जुलाई में भारत के पक्ष में फैसला सुनाते हुए पाकिस्तान को विएना कन्वेंशन के तहत भारत को कुलभूषण जाधव का काउंसलर एक्सेस देने के निर्देश दिए। आईसीजे के फैसले के बाद बीते माह पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस देने की बात कही। लेकिन इसे लेकर भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में नियम और शर्तों पर सहमति नहीं बन पायी।
दरअसल पाकिस्तान की मांग थी कि कुलभूषण जाधव की भारतीय अधिकारियों से मुलाकात के दौरान पाकिस्तान के एक अधिकारी भी वहां मौजूद रहें, लेकिन भारत ने इस मांग को मानने से इंकार कर दिया। भारत का कहना है कि इस मामले में साफ कहना है कि यह मुलाकात बिना किसी शर्त के और आईसीजे के फैसले के तहत होगी।

