पुलवामा हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के संबंधों में तनाव बना हुआ है। यही वजह है कि पाकिस्तान की तरफ से लगातार भारतीय सीमा की टोह लेने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि शनिवार की सुबह एक पाकिस्तानी ड्रोन ने भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया, लेकिन बीएसएफ के चौकन्ने जवानों की नजर जैसे ही इस पर पड़ी, उन्होंने ड्रोन को गिराने के लिए फायरिंग शुरु कर दी। जिससे ड्रोन को वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ा। गौरतलब है कि पिछले 10 दिनों में यह तीसरी बार है, जब पाकिस्तानी ड्रोन ने भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया और भारतीय सुरक्षाबलों ने उसे खदेड़ दिया।
खबर के अनुसार, राजस्थान के श्रीगंगानगर के सीमावर्ती इलाके हिन्दूमलकोट से पाकिस्तानी ड्रोन ने शनिवार सुबह करीब 5 बजे भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया। जैसे ही बीएसएफ के जवानों की नजर इस पर पड़ी, उन्होंने ड्रोन पर फायरिंग करनी शुरु कर दी। पश्चिमी बॉर्डर के सीमावर्ती गांवों के लोगों का भी कहना है कि उन्होंने सुबह सीमा पर गोलीबारी की आवाज सुनी थी। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही एक अन्य पाकिस्तानी ड्रोन ने भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया था। हालांकि भारतीय एअर फोर्स ने उस ड्रोन को तबाह कर दिया था। यह ड्रोन भी राजस्थान की सीमा से भारत में घुसने का प्रयास कर रहा था। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने इस ड्रोन को मार गिराया। ड्रोन का मलबा पाकिस्तान की तरफ गिरा। इसी बीच एक और पाकिस्तानी ड्रोन ने भी भारतीय सीमा की टोह लेने की कोशिश की थी, जिसे भी भारतीय सुरक्षाबलों ने फायरिंग कर वापस जाने को मजबूर कर दिया था।
बता दें कि पुलवामा हमले के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बना हुआ है। बीती 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी कैंपों पर भारी गोलीबारी की। जिससे दोनों देशों के बीच का तनाव काफी बढ़ गया था। इसके अगले ही दिन पाकिस्तानी वायुसेना ने भी भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया, जिसे भारतीय वायुसेना ने विफल कर दिया और पाकिस्तान का एक लड़ाकू विमान एफ-16 मार गिराया। हालांकि इस दौरान भारतीय वायुसेना का भी एक लड़ाकू विमान मिग-21 तबाह हो गया और उसके पायलट विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गिरे, जहां से उन्हें पाकिस्तानी सेना ने अपनी हिरासत में ले लिया। दबाव के चलते पाकिस्तान ने जल्द ही विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने का फैसला सुना दिया। हालांकि दोनों देशों के बीच अभी भी तनाव बरकरार है।