India Pakistan Latest News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 10 मई की शाम को यह दावा किया था कि भारत पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर में उन्होंने मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी। इससे पहले दिल्ली और वाशिंगटन के अधिकारियो के बीच में हुई बातचीत से पता चलता है कि 9 मई की रात और 10 मई की दोपहर के बीच 24 घंटों में असल में क्या हुआ था।
इस वार्ता के जानकार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 9 मई की रात को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और उन्हें अमेरिका के इस आकलन के बारे में बताया कि ड्रेमेटिक एस्कलेशन में बढ़ोतरी की संभावना है। उन्होंने बताया कि वेंस ने मोदी पर एक ऐसे रास्ते के लिए दबाव डाला जो पाकिस्तान को मान्य हो।
समझा जाता है कि मोदी ने उनकी बात सुनी। उन्होंने वेंस से कहा कि अगर पाकिस्तान कुछ भी करता है, तो उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि भारत की ओर से जवाब बहुत ही कड़ा होगा। दूसरे शब्दों में जवाब यह था कि नई दिल्ली को पाकिस्तान को कोई मौका देने की जरूरत नहीं है। मोदी के रुख को स्पष्ट करते हुए सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें बेहतर होगा कि वे देखें कि वे क्या कर रहे हैं।
वेंस-मोदी की बातचीत के कुछ ही घंटों के अंदर पाकिस्तानियों ने मोर्चा खोल दिया। उनके ड्रोन और मिसाइलों ने आदमपुर में एयर बेस और नगरोटा में आर्मी बेस सहित 26 जगहों को निशाना बनाया। भारत की प्रतिक्रिया बिल्कुल वैसी ही थी जैसा प्रधानमंत्री मोदी ने वादा किया था। सूत्र ने कहा, ‘उन आठ एयर बेस को नष्ट कर दो।’
एयर मार्शल एके भारती ने की रिपोर्टर की बोलती बंद
10 मई की सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री ने एस जयशंकर फोन किया
भारत की तरफ से किए गए सबसे पहले हमले के बाद 10 मई की सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को फोन किया। इससे पहले उन्होंने पाकिस्तान के आर्मी चीफ सैयद असीम मुनीर से बात की थी। बताया जाता है कि रुबियो ने कहा कि भारत का यह सूत्र कि “तुम गोली मत चलाओ, हम गोली नहीं चलाएंगे” पाकिस्तान के लिए ठीक है। रुबियो ने कथित तौर पर जयशंकर से कहा, ‘उन्होंने हमसे कहा है कि वे इसे स्वीकार करेंगे।’
जब पूछा गया कि क्या अमेरिका ने पाकिस्तान को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए राजी किया, तो घटनाक्रम से जानकार एक अन्य सूत्र ने कहा, ‘पाकिस्तान के डीजीएमओ ने फोन क्यों किया? इसलिए नहीं कि किसी ने अच्छी इंग्लिश में बात की थी। यह हमारी तरफ से तेज आवाज थी जो आसमान से कुछ गिरने पर आई थी।’
पाकिस्तान ने बदला अपना सुर
सूत्र ने कहा, ‘सच तो यह है कि उन्होंने अपना सुर बदल दिया है। लेकिन हम इसे पाकिस्तानियों से सुनना चाहते थे। मैसेज उन्हीं से आना चाहिए, उनके डीजीएमओ से। यही एकमात्र जरिया है।’ सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जयशंकर ने 7 मई को भी रुबियो को यह मैसजे दिया था। सूत्र ने कहा, ‘डीजीएमओ से डीजीएमओ तक बातचीत चल रही है।’
पाकिस्तान के डीजीएमओ ने फोन करने के लिए कहा
सूत्र ने कहा, ‘दोपहर 1 बजे पाकिस्तान के डीजीएमओ ने फोन करने के लिए कहा। हमारे डीजीएमओ मीटिंग में थे। वास्तविक बातचीत दोपहर 3.30 बजे ही हो सकी। मेरा मानना है कि शायद अमेरिकियों ने पाकिस्तानियों से इस बारे में जानकारी ली होगी। दोपहर 3.30 बजे के बाद उन्होंने बातचीत की। फिर हमारे डीजीएमओ ऊपर गए। उनके डीजीएमओ ऊपर गए होंगे। इसलिए बातचीत और उनके द्वारा इसे जारी करने के बीच कुछ गैप रहा होगा।’
इस सब के बीच, अमेरिका ने कभी भी ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर यह दावा करेंगे कि अमेरिका ने युद्ध विराम करवाया था। भारत और पाकिस्तान के बीच आगे की बातचीत को तटस्थ जगह पर आगे बढ़ाने और कश्मीर पर मध्यस्थता करने की ट्रंप की पेशकश के बारे में रूबियो के बयान के बारे में पूछे जाने पर सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान से निपटने के मामले में भारत के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। एसआईए ने कश्मीर में 20 जगहों पर मारे छापे, पाकिस्तानी हैंडलर्स को जानकारी देने के आरोप में कई स्लीपर सेल गिरफ्तार