Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को दो महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। इसके बाद अब कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है और कहा कि क्या 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच में कोई बड़ी चूक हुई है। पार्टी ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘पहलगाम आतंकी हमले की जांच में बड़ी चूक? पहलगाम हमले के तुरंत बाद मोदी सरकार ने जल्दबाजी में तीन कथित आतंकवादियों के स्केच जारी कर दिए। लेकिन अब, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार , उन स्केच में शामिल कोई भी व्यक्ति हमले में शामिल नहीं था।’

इंडियन एक्सप्रेस ने सोमवार को खबर दी कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को कथित तौर पर शरण देने के आरोप में दो कश्मीरी स्थानीय लोगों की गिरफ्तारी से राष्ट्रीय जांच एजेंसी इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि तीनों हमलावर पाकिस्तान से थे। पहलगाम हमले के दो दिन बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीन स्केच जारी किए थे। इसमें पाकिस्तानी नागरिक हाशिम मूसा और अली भाई उर्फ ​​तल्हा और कश्मीर के रहने वाले आदिल हुसैन थोकर था। केंद्रीय एजेंसियों के सूत्रों का अब कहना है कि स्केच में दिख रहे तीन लोग पहलगाम के हमलावर नहीं हैं।

कौन हैं पहलगाम के दोषी? 

कांग्रेस पार्टी ने पूछे कई सवाल

कांग्रेस पार्टी की पोस्ट में कहा गया, ‘वास्तव में ये स्केच कथित तौर पर जुनैद नामक एक आतंकवादी के फोन से बरामद एक तस्वीर पर आधारित थे, जो 4 दिसंबर 2024 को मारा गया था, हमले से महीनों पहले।’ कांग्रेस पार्टी ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘एक क्रूर आतंकवादी हमले की जांच में इतनी लापरवाही क्यों। क्या ये फर्जी स्केच मोदी सरकार की हेडलाइन मैनेजमेंट रणनीति का हिस्सा थे – वास्तविक कार्रवाई से ज्यादा दिखावे के बारे में।’

असली हमलावर कौन थे – कांग्रेस

कांग्रेस पार्टी ने आगे कहा, ‘बिना उचित सत्यापन के ये स्केच कैसे जारी किए गए? क्या पुलिस पर जल्दबाजी में कार्रवाई करने के लिए बाहरी दबाव था। सबसे महत्वपूर्ण बात – असली हमलावर कौन थे? वे अब कहां हैं? और दो महीने बाद भी उन्हें न्याय के कटघरे में क्यों नहीं लाया गया? पहलगाम हमले को दो महीने हो चुके हैं, और देश अभी भी जवाब मांग रहा है।’ पहलगाम हमले के आतंकियों को परवेज और बशीर अहमद ने दी पनाह