Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के मामले में NIA ने अपनी जांच तेज कर दी है और एक आतंकी की पहचान हाशिम मूसा के तौर पर हुई है, जो कि पहले पाकिस्तन का पैरा कमांडो था और लश्कर ए तैय्यबा के लिए काम करता है। इसी ने पहलगाम हमले की साजिश रची थी और वहीं पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड है, जिसने आतंकियों को मारने के लिए भेजा था।

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक संभव है कि उसे लश्कर ने पाकिस्तान की एसएसजी यानी स्पेशल सर्विस ग्रुप से उधार लिया हो। एसएसजी के कमांडो विषम परिस्थिति में भी युद्ध करने में पारंगत माने जाते हैं। ये कमांडोज हर तरह के मौसम में ऑपरेशन करने के साथ ही मानसिक और शारीरिक लेवल पर काफी फिट होते है।

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मूसा के ISI कनेक्शन की भी हो रही जांच

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मूसा की पाकिस्तानी सेना के बैकग्राउंड की पुष्टि कश्मीर के ही 15 कश्मीरी अंडग्राउंड वर्कर्स द्वारा पूछताछ में हुई है। ये वो ऑनग्राउंड वर्कर्स हैं जो कि पाकिस्तानी हमलावरों की मदद करने के साथ उन्हें रसद पहुंचाते हैं। इस हमले में ISI की भूमिका के सबूत भी मिले हैं।

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साथ ही कश्मीर में पहले हुए हमलों का भी मास्टरमाइंड रहा है। मूसा तीनों हमलों में एक आम अपराधी के रूप में सामने आया है। पाकिस्तान में प्रशिक्षित दो अन्य स्तानीय आतंकवादी जुनैद अहमद भट और अरबाज मीर भी गगनगीर और बूटा पथरी हमलों में शामिल थे। नवंबर और दिसंबर 2024 में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में उन्हें मार गिराया गया था।

मूसा लंबे वक्त तक से आतंकी घटनाओं को दे रहा अंजाम

मूसा लंबे वक्त कश्मीर में लोगों को निशाना बनाने के लिए आतंकी मिशन को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहा है, और बैसरन 25 पर्यटकों सहित 26 नागरिकों की हत्या कर दी। हालांकि अब तक किसी जानकारी में दो पाकिस्तानी आतंकवादियों हाशमी मूसा और अली भाई तथा कई स्थानीय लोगों आदिल थोकर और आसिफ शेख की भूमिका भी स्पष्ट हुई है।