पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ चुका है। इस बीच भारतीय नौसेना ने अरब सागर में कई एंटी-शिप मिसाइल फायरिंग का सफलतापूर्वक संचालन किया है, जो इसकी लंबी दूरी की सटीक स्ट्राइक क्षमताओं का प्रदर्शन करता है। भारतीय नौसेना ने कोलकाता क्लास के विध्वंसक और नीलगिरि और क्रिवाक क्लास के फ्रिगेट सहित युद्धपोतों के बेड़े से ब्रह्मोस एंटी-शिप और एंटी-सरफेस क्रूज मिसाइलों को लॉन्च किए जाने के दृश्य शेयर किए। ये नौसेना की परिचालन क्षमता को दर्शाता है।

क्यों हुआ मिसाइल टेस्ट?

अभ्यास का उद्देश्य समुद्र में सटीक आक्रामक हमलों के लिए प्लेटफार्मों, प्रणालियों और क्रू को फिर से तैयार करना था। नौसेना ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “भारतीय नौसेना के जहाजों ने लंबी दूरी के सटीक आक्रामक हमले के लिए प्लेटफार्मों, प्रणालियों और क्रू की तत्परता को फिर से चेक करने और प्रदर्शित करने के लिए कई एंटी-शिप फायरिंग को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। भारतीय नौसेना किसी भी समय, कहीं भी, किसी भी तरह से राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय और भविष्य के लिए तैयार है।”

यह सफल अभ्यास पाकिस्तान द्वारा अरब सागर क्षेत्र में आगामी मिसाइल फायरिंग के बारे में अधिसूचना जारी करने के तुरंत बाद हुआ है। भारत की समुद्री शक्ति का प्रदर्शन 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुआ है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।

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भारत ने उठाए हैं मजबूत कूटनीतिक कदम

हमले के जवाब में भारत ने मजबूत कूटनीतिक कदम उठाए हैं। भारत पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासित किया है और महत्वपूर्ण सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। इस बीच पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित करके जवाबी कार्रवाई की है। नियंत्रण रेखा (LoC) पर बार-बार संघर्ष विराम उल्लंघन के साथ तनाव और बढ़ गया है, जिसका भारतीय बलों ने प्रभावी ढंग से जवाब दिया है। हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

इस बीच ‘मन की बात’ रेडियो प्रसारण में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा, “आतंकवादी हमले के बाद हर भारतीय का खून खौल रहा है। उनमें से हर कोई उन लोगों का दर्द महसूस कर रहा है जिन्होंने अपने लोगों को खो दिया है। कश्मीर में शांति लौट रही थी, लेकिन देश के दुश्मनों को यह पसंद नहीं आया।”

हाल ही में INS सूरत ने अरब सागर में समुद्र में लक्ष्य के खिलाफ मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MR-SAM) प्रणाली का सफल परिशुद्धता परीक्षण भी पूरा किया। प्रोजेक्ट 15B गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर कार्यक्रम का हिस्सा INS सूरत, दुनियाभर में सबसे एडवांस्ड युद्धपोतों में से एक है, जिसमें 75 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री है और यह अत्याधुनिक हथियार और सेंसर सिस्टम से लैस है।