कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित कर रहे थे, उसी दिन अहमदाबाद में हिंदी फिल्म ‘पद्मावत’ के विरोध में उपद्रवी भीड़ हिंसा फैला रही थी। चिदंबरम ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट्स में कहा, “जब प्रधानमंत्री वैश्विक व्यापारियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे थे, उस समय अहमदाबाद में उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे।” उन्होंने सरकार पर गुजरात के अहमदाबाद में मंगलवार रात भड़की हिंसा को लेकर निशाना साधा जिसमें संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ के विरोधियों ने अहमदाबाद में मॉल्स और थिएटर को निशाना बनाया था।
बता दें कि कुछ दिनों पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अपने और अपने बेटे के घर पर छापेमारी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सरकार पर जांच एजेंसी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था और दावा किया था कि वह इससे टूटेंगे व झुकेंगे नहीं और लिखना व बोलना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा था कि ईडी ने दिल्ली में उनके आवास और चेन्नई में पारिवारिक आवास पर छापेमारी में कुछ नहीं पाया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक बयान में कहा था, “पंचनामा खुद यह बात बोल रहा है।”
1. On the day when PM invited world business to invest in India, Ahmedabad was hit by mob violence.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 25, 2018
उन्होंने कहा था कि सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में ईडी को नोटिस जारी किया था, जहां यह दलील दी गई कि जांच एजेंसी को तथाकथित एयरसेल-मैक्सिस मामले में जांच करने का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है। ईडी से इसका जवाब देने के लिए कहा गया है और मामले को 30 जनवरी तक स्थगित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा था, “एयरसेल-मैक्सिस मामले में मेरे और मेरे बेटे के खिलाफ कोई प्राथमिकी नहीं है। यह किसी अपराध का संकेत नहीं है। और ईडी को इस मामले की जांच का अधिकार नहीं है। फिर भी ईडी, के जरिए सरकार अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रही है।” चिदंबरम ने कहा था, “मैं विपक्षी पार्टी से ताल्लुक रखता हूं। सरकार ईडी का दुरुपयोग कर ले। मैं इससे न तो टूटूंगा और न ही झुकूंगा, इसके विपरीत मैं लिखना और बोलना जारी रखूंगा।”

