कांग्रेस के सीनियर नेता पी चिदंबरम गुरुवार को मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हालिया उपचुनावों के नतीजों के कारण पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी की गई। पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘30 विधानसभा सीटों और तीन लोकसभा सीटों के उपचुनावों के नतीजों का यह नतीजा है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इससे हमारे इस आरोप की पुष्टि होती है कि ईंधन की कीमतों भारी कर की वजह से बढ़ी हुई हैं। हमारा आरोप है कि ये भारी कर केंद्र सरकार की लालच की वजह से हैं।’’

बताते चलें कि केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क दरों में रिकॉर्ड कटौती के बाद तेल कंपनियों द्वारा इसका फायदा ग्राहकों को देने के चलते गुरुवार को देश भर में पेट्रोल की कीमतों में 5.7 रुपये से 6.35 रुपये तक और डीजल की कीमतों में 11.16 रुपये से 12.88 रुपये तक की कटौती हुई। केंद्र सरकार ने आम लोगों को महंगाई से कुछ राहत देने के लिये बुधवार को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये की कटौती की थी।

चूंकि राज्यों द्वारा स्थानीय बिक्री कर या वैट (मूल्य वर्धित कर) सिर्फ आधार मूल्य पर नहीं, बल्कि केंद्र द्वारा लगाए गए उत्पाद शुल्क पर भी लगाते हैं, इसलिए ईंधन की कीमतों में वास्तविक अधिक कटौती हुई है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वारा जारी मूल्य अधिसूचना के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 6.07 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 11.75 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई।

पेट्रोल की कीमतों में सबसे कम कटौती दादर और नगर हवेली में हुई, जहां दाम 5.7 रुपये घटे। राजस्थान में सबसे अधिक 6.35 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई।डीजल के लिहाज से चेन्नई में सबसे कम 11.16 रुपये प्रति लीटर और ओडिशा में सबसे अधिक 12.88 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई। वैट की दरें विभिन्न राज्यों में अलग-अलग होती हैं, जिससे ईंधन की दरों में अंतर होता है। (इनपुट समाचार एजेंसी भाषा से भी)