भारतीय जांच एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है। महादेव बेटिंग ऐप मामले में ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर को इंटरपोल ने दुबई में डिटेन कर लिया है। अब उसे भारत वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ईडी की टीम सौरभ चंद्राकर को एक हफ्ते के अंदर भारत ला सकती है। सूत्रों के अनुसार इंटरपोल ने सीबीआई को इसको लेकर जानकारी दे दी है।

सौरभ चंद्राकर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस था जारी

सीबीआई भी मामले की जांच कर रही है। ईडी ने सौरभ चंद्राकर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। बताया जाता है कि सौरभ चंद्राकर का दाऊद इब्राहिम के साथ भी सीधा कनेक्शन है और उसके खिलाफ भारत में कई मामले दर्ज हैं। यह मामला पिछले साल छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान भी सुर्खियों में खूब था। इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी नाम सामने आया था। ईडी ने दावा किया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस ऐप के प्रमोटरों से कथित तौर पर 508 करोड़ रुपये लिए थे।

हालांकि भूपेश बघेल ने ईडी के आरोपों को खारिज कर दिया था। केंद्र सरकार ने 5 नवंबर 2023 को ही महादेव बेटिंग ऐप को ब्लॉक करने का आदेश दिया था। ईडी की सिफारिश के बाद यह आदेश जारी किया गया था। बता दें कि दिसंबर 2023 में भी सौरभ चंद्राकर को दुबई में हिरासत में लिया गया था और उसे घर में नजरबंद कर दिया गया था।

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मुंबई पुलिस ने पहली बार 8 नवंबर 2023 को महादेव बेटिंग ऐप और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। इस दौरान आरोपी पर चीटिंग करने और जुआ खिलाने के आरोप लगे थे।

प्रमोटर्स के खिलाफ दर्ज हुई थी एफआईआर

मुंबई के माटुंगा पुलिस स्टेशन में प्रमोटर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में 30 से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया था। बाद में यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया और एसआईटी बनाई गई। इस मामले में दर्ज हुई एफआईआर के मुताबिक आरोपियों ने लोगों को करीब 15000 करोड़ रुपये का चूना लगाया है।