मुम्बई/चंडीगढ़। हरियाणा में छिटपुट हिंसा की घटनाओं के बीच आज रिकॉर्ड 76 फीसदी मतदान हुआ । कांग्रेस, भाजपा और इंडियन नेशनल लोकदल ‘इनेलो’ के बीच कड़ी टक्कर वाले इस विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने 1967 में हुए 72.65 फीसदी के मतदान का रिकॉर्ड तोड़ दिया ।

हरियाणा के मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीकांत वलगाड ने कहा, ‘‘हरियाणा में अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा मतदान हुआ है । सभी आंकड़े संकलित किए जाने के बाद मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े में बदलाव हो सकता है ।’’

वलगाड ने कहा कि कुछ एक छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान कमोबेश शांतिपूर्ण रहा । हिंसा की इन घटनाओं में 10 पुलिसकर्मी समेत 32 लोग जख्मी हो गए ।

हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए आज हुए चुनाव में 87 लाख महिलाओं सहित 1.63 करोड़ से ज्यादा मतदाता वोट डालने के लिए योग्य थे ।

शाम छह बजे मतदान संपन्न होने के समय भी कई मतदान केंद्रों में मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें थी ।

फतेहाबाद, हिसार, जींद, कुरूक्षेत्र, मेवात, रोहतक, सिरसा, यमुनानगर और कैथल सहित कई जगहों पर भारी मतदान हुआ जबकि फरीदाबाद, गुड़गांव और पंचकुला जिलों में मतदान मध्यम स्तर का रहा ।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के तहत आज हुए मतदान में महाराष्ट्र के 8.35 करोड़ मतदाताओं में से करीब 64 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया । चुनाव सर्वेक्षकों ने राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की है । उनके अनुसार भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी, लेकिन 288 सदस्यीय सदन में वह बहुमत से दूर रहेगी ।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के सूत्रों के अनुसार शाम छह बजे तक करीब 64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया । सटीक ब्यौरे पर काम किया जा रहा है ।

लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की पहली परीक्षा माना जा रहा यह चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया ।

रविवार को मतगणना के दौरान जिन दिग्गजों के भाग्य का फैसला होगा, उनमें पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ राकांपा नेता अजित पवार, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्र फड़नवीस, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एकनाथ खड़से, विधान परिषद में उनके समकक्ष विनोद तावड़े :दोनों भाजपा:, निवर्तमान विधानसभा में शिवसेना के नेता सुभाष देसाई और एमएनएस के उनके समकक्ष बाला नंदगांवकर शामिल हैं ।

अधिकारियों ने बताया कि तेजी से शुरू हुए मतदान की गति दोपहर के समय धीमी हो गई, लेकिन इसने फिर गति पकड़ी और शाम पांच बजे तक करीब 55 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया ।

नागपुर शहर और विदर्भ के वर्धा जिले तथा मुंबई में सीवरी के कुछ मतदान केंद्रों से ईवीएम में तकनीकी खामियों की शिकायत मिली । नासिक में मतदाताओं ने मतदाता सूची में खामियां होने की शिकायत की ।

विदर्भ के अवदेघाट मतदान केंद्र पर चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी की बिजली गिरने से मौत हो गई, जहां कुछ जगहों पर बारिश के चलते मतदान में व्यवधान पड़ा ।

दो दशक से अधिक समय बाद यह पहला चुनाव है जो चुनाव पूर्व किसी बड़े गठबंधन के बिना लड़ा गया है । भाजपा का शिवसेना से 25 साल पुराना गठबंधन टूट गया और राकांपा ने कांग्रेस से 15 साल पुराना नाता तोड़ लिया । इस स्थिति में यह चुनाव पार्टियों की खुद की शक्ति का भी इम्तिहान होगा।

राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ‘मनसे’ लोकसभा चुनावों में हार का मुंह देखने के बाद इस चुनाव में एक्स फैक्टर और किंग मेकर की भूमिका की महत्वाकांक्षा लेकर चल रही है जहां पार्टियों की अधिक संख्या से जीत का अंतराल जबर्दस्त रूप से कम रहने की उम्मीद है ।