Amit Shah News: दिल्ली में आयोजित BSF अलंकरण समारोह में गृह मंत्री अमित शाह ने देश की सेना की जमकर तारीफ की। उनकी तरफ से ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया गया और पाकिस्तान को भी जमकर फटकार लगाई। कार्यक्रम के दौरान भारत-पाक तनाव पर शाह ने विस्तार से बात की और आगे की रणनीति के बारे में स्पष्ट रूप से बताया।
अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर पर क्या बोला?
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि PM की मज़बूत इच्छाशक्ति, खुफिया एजेंसियों से मिली सही जानकारी और सेना की ज़बरदस्त ताक़त एक साथ आई, तब ऑपरेशन सिंदूर को सफ़लत मिली। शाह ने आगे कहा कि सेना ने 100 किमी अंदर घुसकर पाक को उसका जमीर दिखाने का काम किया है। BSF के जवान भी मोर्चे पर थे। हमारे जवान एक इंच भी पीछे नहीं हटे और उनकी गोली का जवाब गोले से दिया। इसके बाद गृह मंत्री ने पुरानी सरकारों को भी निशाने पर लिया और पाकिस्तान को एक्सपोज करने का काम किया।
शाह की पाकिस्तान को चेतावनी
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत कई दशकों से पाक समर्थित आतंक का सामना कर रहा है। पाक ने कई घटनाएं की, लेकिन इसका कभी उचित जवाब नहीं दिया गया। 2014 में मोदी जी पीएम बने, इसके बाद सबसे पहला बड़ा हमला उरी में हमारे जवानों पर किया और हमने घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया। पुलवामा में हमला हुआ तो भारत की सेना ने एयर स्ट्राइक करके कठोर जवाब दिया और इस बार ऑपरेशन सिंदूर में हमने फिर से आतंकी अड्डों को खत्म किया।
बीएसएफ पर बोले शाह
इसके बाद गृह मंत्री ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। उन्होंने दो टूक कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद हमने आतंकियों और उनके ठिकानों को निशाना बनाकर हमले किए लेकिन पाकिस्तान ने इन हमलों को अपने ऊपर हमला मान लिया। इससे साबित हो गया कि वह एक आतंकवाद समर्थक देश है। यही नहीं, आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तानी सेना के अफसर उनके ताबूत को कंधा देते और नमाज ए जनाजा पढ़ते दिखे। अब शाह ने पाकिस्तान पर तो बात की, इसके साथ-साथ बीएसएफ के गौरवशाली इतिहास का भी जिक्र किया।
इस बारे में उन्होंने कहा कि 1965 के युद्ध के बाद सीमा सुरक्षा की कमियों को देखते हुए एक ऐसे बल की आवश्यकता महसूस हुई, जो शांति काल में भी सीमाओं की 100 प्रतिशत सुरक्षा सुनिश्चित कर सके। इस आवश्यकता ने बीएसएफ के गठन को जन्म दिया। बीएसएफ के संस्थापक निदेशक केएफ रुस्तमजी को याद करते हुए अमित शाह ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल को भारत की दो सबसे चुनौतीपूर्ण सीमाओं पाकिस्तान और बांग्लादेश की सुरक्षा का दायित्व सौंपा गया, जिसे बीएसएफ ने बखूबी निभाया है।
दुश्मन देशों को दो टूक
शाह ने आगे कहा कि BSF ने 5 साल के अंदर ढेर सारे तकनीकी समाधान ढूंढने का प्रयास किया है और इसे जमीन पर उतारने का प्रयास किया है। जहां पर भौगोलिक विषमता एक बड़ा चैलेंज है, तो वहीं BSF तकनीकी समाधान से देश के बार्डर की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। सीमा प्रहरी हैं तो मैं चैन की नींद सोता हूं, क्योंकि अगर कुछ होगा भी तो दुश्मन देश का होगा, हमारा देश सुरक्षित रहेगा।
