महेश केजरीवाल
जम्मू को कश्मीर से जोड़ने वाली उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक साल के अंत तक देश के बाकी हिस्सों से रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगी। राज्य में कारोबारियों और व्यवसाय को ध्यान में रखते हुए माल ढुलाई के लिए पहली बार चार रेल कार्गो टर्मिनल को मंजूरीे दी गई है। रेल नेटवर्क से जुड़ने के बाद कारोबारी पश्मीना शाल से लेकर केसर, फल, ड्राई फ्रूट्स और रोजमर्रा की चीजों की खरीद-फरोख्त आसानी से कर सकेंगे।
कश्मीर घाटी को रेल के जरिए सीधे देश से जोड़ने का काम तेज हो गया है। जम्मू को कश्मीर से जोड़ने वाली 272 किलोमीटर लंबे उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना का काम इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। राज्य के कारोबारियों की परेशानी और व्यवसाय को ध्यान में रखते हुए बनिहालÞ-बारामूला रेल मार्ग पर चार रेल कार्गो टर्मिनल को मंजूरीे दी गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार तीन कार्गो टर्मिनल के लिए जमीन भी मिल गई है। इस समय रेल कार्गो को संभालने के लिए देश भर में 146 गति-शक्ति कार्गो टर्मिनल हैं।
रेल नेटवर्क से राज्य के जुड़ने और कार्गो टर्मिनल के बनने के बाद कारोबारी और किसान आसानी से रेल से कम खर्च और कम समय पर सामानों की आवाजाही कर सकेंगे। राज्य में पश्मीना शाल से लेकर केसर, फल, फूल, ड्राई फ्रूट्स और रोजमर्रा की चीजों की मांगे देश के अन्य भागों में है। कोंकण रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेलवे पुल और अंजी पुल सहित प्रमुख सुरंगों का काम भी दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 47 में से 41 हिस्से पहले ही तैयार किए जा चुके हैं, पूरी परियोजना को जोड़ना बहुत जटिल है।
वाणिज्य विभाग करेगा कारोबार का आकलन
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में चल रहे विभिन्न व्यवसाय को लेकर रेलवे का वाणिज्य विभाग आकलन करेगा। इससे राज्य में हो रहे विभिन्न प्रकार के व्यवसाय व कृषि कार्य की सही जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि इस समय माल ढुलाई के लिए देश भर में 146 गति-शक्ति कार्गो टर्मिनल हैं। माल ढुलाई में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे ‘गति शक्ति फ्रेट टर्मिनलों’ के विकास को प्राथमिकता दे रही है। 2021-22 के 21 कार्गो टर्मिनलों की तुलना में 2022-23 के दौरान 30 कार्गो टर्मिनल बनाए गए।