मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग पर अड़े विपक्षी सदस्यों के कारण राज्यसभा में तनातनी का माहौल था। लेकिन उसी बीच सदन में तब हंसी की लहर दौड़ गई जब सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह 45 वर्ष से अधिक समय से विवाहित हैं। इसी वजह से वह कभी गुस्सा नहीं होते।
ऊपरी सदन में शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कल धनखड़ के साथ मुलाकात में उन्होंने मणिपुर संबंधी कार्यस्थगन नोटिस पर चर्चा कराने की अपील की थी। लेकिन धनखड़ जरा गुस्से में थे। इस पर सभापति ने खड़गे को टोकते हुए कहा- मैं 45 वर्ष से अधिक समय से विवाहित हूं। मैं कभी गुस्सा नहीं करता। उनकी इस बात पर सदन में हंसी की लहर दौड़ गई।
चिदंबरम का जिक्र कर धनखड़ बोले- हम वकील गुस्सा नहीं कर सकते
धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम एक जानेमाने वरिष्ठ वकील हैं। वह जानते हैं कि एक सीनियर वकील के रूप में हमें गुस्सा करने का कोई अधिकार नहीं है। कम से कम अथॉरिटी के समक्ष। नेता प्रतिपक्ष खड़गे भी एक अथॉरिटी हैं। मैं कभी गुस्सा नहीं करता।
खड़गे ने मारा नहले पर दहला तो सदन में लगे फिर से ठहाके
राज्यसभा चीफ ने खड़गे से कहा कि वह अपनी बात में सुधार कर लें। इस पर खड़गे ने कहा कि आप गुस्सा नहीं करते। आप गुस्सा दिखाते नहीं लेकिन अंदर से बराबर गुस्सा करते हैं। खड़गे की इस बात पर न केवल सभी सदस्य बल्कि सभापति धनखड़ भी खिलखिला कर हंसने लगे।
ध्यान रहे कि मणिपुर को लेकर सरकार और विपक्ष एक दूसरे के आमने सामने हैं। विपक्ष अड़ा है कि मणिपुर की हिंसा पर पीएम नरेंद्र मोदी सदन में आकर बयान दें। राज्यसभा सभापति कह चुके हैं कि वो पीएम को संसद में आने का निर्देश नहीं दे सकते। मणिपुर की हिंसा में कई लोगों की जान जा चुकी है। अभी भी वहां के हालात काबू में नहीं हैं। आज भी मैतई समुदाय और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प हुई थी।