Pakistan-occupied Kashmir Terror Camps: भारत ने पाकिस्तान में जबरदस्त एयर स्ट्राइक करते हुए जिन 9 आतंकवादी कैंपों को निशाना बनाया, ये आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए हैं। भारत की ओर से यह स्ट्राइक पाकिस्तान के पंजाब के बहावलपुर और मुरीदके और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर PoK के मुजफ्फराबाद और कोटली में की गई है।
जैश और लश्कर दोनों ही भारत के खिलाफ कई बार हमले कर चुके हैं।
मसूद अजहर के हाथ में है जैश की कमान
बताना होगा कि जैश-ए-मोहम्मद की कमान मौलाना मसूद अजहर के हाथ में है। बहावलपुर में जैश बेहद मजबूत है। भारत की एयर स्ट्राइक में बहावलपुर की जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह को भी निशाना बनाया गया है। इसी तरह लाहौर के पास स्थित मुरीदके लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ है। लश्कर-ए-तैयबा की कमान हाफ़िज़ सईद के हाथ में है। मुरीदके में मरकज़-ए-तैयबा है, जो लश्कर-ए-तैयबा का बेस कैंप है।
कैसे बना था जैश-ए-मोहम्मद?
मसूद अजहर ने 2000 के दशक की शुरुआत में जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की थी। भारत ने 1994 में मसूद अजहर को गिरफ्तार किया था लेकिन 1999 में आतंकियों ने इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 814 को हाईजैक कर लिया थ।
फ्लाइट में सवार मुसाफिरों की सुरक्षा के बदले में भारत को मसूद अजहर को रिहा करना पड़ा था। पाकिस्तान लौटने के बाद मसूद अजहर ने जैश का गठन किया। इसका मकसद कश्मीर को पाकिस्तान के साथ मिलाना और अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों को बाहर करना था। मसूद अजहर को 2019 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया था।
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किन वारदातों को दिया जैश ने अंजाम?
जैश ने 1999 में IC-814 का अपहरण, 2001 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला (38 लोग मारे गए), 2001 का संसद हमला (सात लोग मारे गए), संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के बाद 2014-15 के दौरान कश्मीर में हुए हमले (एक दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मी मारे गए), 2016 का पठानकोट हमला (छह सुरक्षाकर्मी मारे गए), 2016 का उरी हमला (17 सैन्यकर्मी मारे गए) और 2019 का पुलवामा हमला (40 से अधिक सीआरपीएफ जवान मारे गए) जैसे बड़े हमले किए हैं।
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लश्कर ने किए मुंबई में आतंकी हमले
साल 2008 में जब मुंबई में आतंकी हमला हुआ तो लश्कर-ए-तैयबा और हाफिज सईद का नाम भारत में काफी चर्चित हो गया था। मुंबई के आतंकी हमले में 170 से ज्यादा लोग मारे गए थे। 2008 में जब मुंबई की लोकल ट्रेन में बम धमाके हुए थे, इसमें भी लश्कर का नाम सामने आया था। इन बम धमाकों में 180 से ज्यादा लोग मारे गए थे इसके अलावा 2010 में पुणे में जर्मन बेकरी में हुए बम धमाके में भी लश्कर की भूमिका थी।
लश्कर जैश से पुराना है और यह भी कश्मीर को पाकिस्तान के साथ लाना चाहता है।
लश्कर का हेडक्वार्टर 200 एकड़ में फैला है और यह लाहौर से 30 किलोमीटर दूर मुरीदके में स्थित है। South Asia Terrorism Portal (SATP) के मुताबिक, लश्कर पाकिस्तान में 16 इस्लामी संस्थान, 135 माध्यमिक विद्यालय, एक एम्बुलेंस सेवा, मोबाइल क्लीनिक, ब्लड बैंक और कई मदरसे चलाता है।
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