Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भी अपनी बौखलाहट में भारत के कई शहरों पर ड्रोन अटैक किया था। 9 मई की रात को फिरोजपुर में भी कई जगह ड्रोन गिरे थे। ऐसा ही एक ड्रोन लखविंदर सिंह के घर पर भी गिरा था, उस वजह से भयंकर आग लगी और उस आग में पूरा परिवार ही तबाह हो गया। सबसे पहले पत्नी सुखविंदर कौर की मौत हुई और अब पति लखविंदर सिंह की भी जान जा चुक है। उनका बेटा जसवंत कौर पूरी तरह अकेला है, जख्मी है और टूट चुका है।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जसवंत ने कहा कि मेरे दोनों पेरेंट्स जा चुके हैं, भारत-पाक युद्ध के हम पीड़ित हैं, हमारी कोई गलती भी नहीं थी। मेरे पिता मंगलवार रात को मर गए, लुधियाना पुलिस को तुरंत सूचित किया गया, लेकिन अभी तक प्रशासन से कोई नहीं आया है, हमे शव भी नहीं मिला है। क्या पंजाब सरकार ऐसे ही अपने नागरिकों के साथ करती है? युद्ध के पीड़ितों के साथ ऐसे किया जाता है, बहुत परेशान करती हैं ये सारी बातें।

जसवंत ने आगे बोला कि हमारा घर, हमारी भैसें, हमारी गाड़ी सब तबाह हो गई हैं। मेरी क्या गलती है, मैं अब सिर्फ खेती की पांच एकड़ जमीन के साथ बचा हूं। मेरे पैर में भी चोट लगी है, मैं उससे रीकवर कर रहा हूं। अब इस मामले में पंजाब सरकार ने अपनी तरफ से पीड़ित परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता दी थी। यहां भी पांच लाख तो सीएम राहत कोष से मिले तो वहीं बाकी पांच लाख तब के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा से।

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वहीं फिरोजपुर से बीजेपी नेता हीरा सोढ़ी ने राज्य सरकार से मांग की है कि जसवंत को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए, सरकार को अपनी जिम्मेदारी तय करनी चाहिए। हीरा सोढ़ी ने जानकारी दी है कि केंद्र की तरफ से भी सुखविंदर के परिवार को 10 लाख की सहायता दी गई है, अब लखविंदर के लिए भी यही मांग की जाएगी।

अब जानकारी के लिए बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही पाकिस्तान और भारत के बीच में तनाव चरम पर पहुंचा था। पाकिस्तान ने कई शहरों पर देर रात ड्रोन से हमला किया था। जम्मू-कश्मीर में कुछ लोगों की शेलिंग में मौत भी हुई थी। भारत ने भी मुंहतोड़ जवाब देते हुए ना सिर्फ पाकिस्तान में बसे आतंकी बेसों को तबाह किया बल्कि पड़ोसी मुल्क का एयर डिफेंस सिस्टम भी खत्म किया गया।

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