जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा और बांदीपोरा जिलों में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच लगातार मुठभेड़ जारी है, जिसने घाटी में तनाव को और बढ़ा दिया है। कुपवाड़ा के लोलाब के जंगलों में चल रही मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया है। इसी प्रकार, बांदीपोरा के अलूसा क्षेत्र के जेत्सुन जंगल में ऑपरेशन कैटसन के तहत एक और मुठभेड़ हो रही है, जिसमें सुरक्षाबलों ने एक और आतंकी को ढेर किया है। इस दौरान सेना और सीआरपीएफ के दो जवान घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। इस अभियान में बांदीपोरा पुलिस और 26 असम राइफल्स की संयुक्त टीम सक्रिय भूमिका निभा रही है, और पूरे इलाके को घेर लिया गया है ताकि किसी भी छिपे हुए आतंकी को भागने का मौका न मिले।
ऑपरेशन में सेना, सीआरपीएफ और पुलिस साथ-साथ जुटीं
घटनाओं की शुरुआत मंगलवार को हुई, जब सुरक्षाबलों को चूंटवाड़ी इलाके में आतंकियों की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी। इस सूचना के आधार पर बांदीपोरा पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की 28 असम राइफल्स की टीम ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबलों ने जंगल में आगे बढ़ना शुरू किया, वहां छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया, लेकिन इस दौरान सेना का एक जवान और सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गए। घायल जवानों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, और इस ऑपरेशन में सेना, सीआरपीएफ और पुलिस का सहयोग लगातार बना हुआ है।
इससे पहले, रविवार को श्रीनगर में भी आतंकियों ने एक ग्रेनेड हमला किया था। इस हमले में संडे बाजार के पास एक भीड़-भाड़ वाले इलाके में ग्रेनेड फेंका गया, जिसमें 12 लोग घायल हो गए थे। इस हमले से इलाके में अफरा-तफरी मच गई और पुलिस ने तुरंत घटनास्थल को घेर लिया। इस तरह के लगातार हमलों ने न केवल स्थानीय नागरिकों में बल्कि पर्यटकों और व्यापारियों में भी भय और अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया है।
आतंकी गतिविधियों में हो रही वृद्धि को देखते हुए सुरक्षाबलों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। सेना और अन्य सुरक्षाबलों ने कठोर कदम उठाने का संकल्प लिया है, ताकि घाटी में बढ़ते आतंकी हमलों को प्रभावी ढंग से रोका जा सके। क्षेत्र में बढ़ते हमलों ने न सिर्फ लोगों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, बल्कि इससे स्थानीय निवासियों में भी गहरा असुरक्षा का माहौल बन गया है। सुरक्षाबल अब अपनी तैयारियों को और मजबूत कर रहे हैं ताकि ऐसे हमलों का कड़ा जवाब दिया जा सके और घाटी में शांति बहाल की जा सके।