छत्तीसगढ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में माओवादियों के पीएलजीए सप्ताह के पहले दिन माओवादियों ने कांकेर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट करा दिया जिसमें एक पुलिस कर्मी की मौत हो गई जबकि दूसरा घायल है। कांकेर जिले के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा ने बुधवार को बताया कि जिले के कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत मरकानार गांव के जंगल में बुधवार को माओवादियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट करा दिया है। इस घटना में सहायक आरक्षक बैजूराम पोटाई और आरक्षक संतराम नेताम घायल हो गए। बाद में पोटाई ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि बुधवार को सीमा सुरक्षा बल और जिला बल के संयुक्त दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब मरकानार गांव के करीब पहुंचा तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस घटना में दो जवान घायल हो गए।

मीणा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर घटनास्थल के लिए अतिरिक्त पुलिस बल रवाना किया गया तथा घायलों को वहां से निकाला गया। बाद में दोनों घायलों को बेहतर इलाज के लिए हेलीकाप्टर से रायपुर रवाना किया गया। वहां इलाज के दौरान पोटाई की मौत हो गई।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि क्षेत्र में पुलिस बल को सतर्क कर दिया गया है तथा नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इस घटना के आरोपी नक्सलियों की खोज शुरू कर दी गई है। राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सली दो दिसंबर से आठ दिसंबर के बीच पीएलजीए सप्ताह मना रहे हैं। इस दौरान नक्सली अपनी गतिविधि तेज कर देते हैं।

नक्सलियों के पीएलजीए सप्ताह को ध्यान में रखकर क्षेत्र में पुलिस को सतर्क कर दिया गया है और गश्त बढ़ा दी गई है। राज्य के सरहदी इलाकों में भी सुरक्षा बल को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।