Jammu Kashmir News: पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद मंगलवार को उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर मंत्रिमंडल की बैठक पहलगाम में ही की। इसके जरिए उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की है कि उनकी सरकार क्षेत्र में पर्यटन को विस्तार देने के लिए काम करती रहेगी। पर्यटन को अहम बताते हुए सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी पर्यटन को विस्तार देने की तो है लेकिन पर्यटकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी नहीं है।
जम्मू -कश्मीर में दोहरी सत्ता केंद्र- उनकी सरकार और उपराज्यपाल की चुनौतियों का जिक्र करते हुए सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि तीनों सरकारों को मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “पर्यटन मेरी जिम्मेदारी है, लेकिन पर्यटकों की सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी नहीं है। यहां, तीन सरकारों को मिलकर काम करना होगा, जो कि जम्मू-कश्मीर की निर्वाचित सरकार, जम्मू-कश्मीर की अनिर्वाचित सरकार और केंद्र है।” अनिर्वाचित सरकार से उनका मतलब उपराज्यपाल था।
पर्यटन को लेकर हो रही केंद्र से बातचीत
सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य सरकार जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए कुछ ठोस कदम उठाने के लिए केंद्र के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि पर्यटन को जम्मू-कश्मीर में, हर जगह, अनिवार्य रूप से संघर्ष-तटस्थ गतिविधि होना चाहिए।”
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “हमारे लिए, यह एक आर्थिक गतिविधि है, आजीविका का साधन है। दुर्भाग्य से, कई बार इसे यहां की स्थिति से जोड़ दिया गया है लेकिन मेरी सरकार का प्रयास इसे यहां की स्थिति से अलग रखना होगा। हम चाहते हैं कि दुनिया पर्यटन को किसी और चीज़ के बजाय एक आर्थिक गतिविधि के रूप में देखे।”
पीएम मोदी से भी उमर अब्दुल्ला ने की बात
सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यटन को पुनर्जीवित करने पर डेवेलपमेंट किए हैं। कुछ दिन पहले, उन्होंने एक बैठक की, जिसमें सभी वरिष्ठ अधिकारी और पर्यटन मंत्री शामिल हुए। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले नीति आयोग की बैठक के दौरान उन्हें प्रधानमंत्री से बात करने का मौका मिला।
सीएम ने कहा कि हमने चर्चा की कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को कैसे पुनर्जीवित किया जा सकता है। मैं उन्हें यहां सभी के साथ साझा नहीं कर सकता, लेकिन कुछ ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके मंत्रिमंडल का पहलगाम दौरा प्रशासनिक नहीं है, बल्कि लोगों को सुरक्षा की भावना देने के लिए है।
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सीएम अब्दुल्ला ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि आज पहलगाम में कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की। यह सिर्फ़ एक नियमित प्रशासनिक अभ्यास नहीं था, बल्कि एक स्पष्ट संदेश था कि हम आतंक के कायराना कृत्यों से भयभीत नहीं हैं। शांति के दुश्मन कभी भी हमारे संकल्प को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। जम्मू और कश्मीर दृढ़, सशक्त और निडर है।
उमर ने पहलगाम हमले के बाद पर्यटकों के लिए बंद किए गए पर्यटन स्थलों को खोलने की भी वकालत की। उमर ने कहा कि बैसरन हमले के बाद, पर्यटन स्थलों की सुरक्षा जांच करने का फैसला किया गया। सुरक्षा जांच के बाद, उन्हें धीरे-धीरे खोला जा सकता है, और उन्हें खोला जाना चाहिए।
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